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जवान की जांबाजी ! तड़पती गर्भवती , कंधे पर उठाकर 5KM महिला को पहुंचाया अस्पताल …Video Viral

Indian Army Soldiers Rescued Pregnant Woman: भारी बर्फबारी की वजह से रास्ते ब्लॉक था। रात का वक्त था, अचानक गर्भवती को प्रसव पीड़ा होनी शुरू हो गई। रास्तें बंद होने के कारण एंबुलेंस मौके पर नहीं पहुंच सकी। परिवार के पास भी कोई साधन नहीं था।

गर्भवती दर्द से बिल बिला रही थी और परिजनों को उसकी जान को खतरा लगने लगा। इस बीच आर्मी के जवान गश्त पर पहुंचे तो उन्होंने गर्भवती (Indian Army Soldiers Rescued Pregnant Woman) की हालत देखी। जवानों ने तुंरत गर्भवती को कंधे पर लाधकर और बर्फबारी के बीच भीषण ठंड में उसे अस्पताल लेकर पहुंचे । इस तरह उन्होंने मां और उसके बच्चे की जान बचाई।

कुपवाड़ा की घटना, लोगों ने सैल्यूट किया

दरअसल आपको बता दें भारतीय सेना (Indian Army Soldiers Rescued Pregnant Woman) के जवानों की इस जिंदादिली का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, जिसे देखकर लोग सेना के जवानों को सलाम कर रहे हैं। उन्हें लोगों का सच्चा रक्षक बता रहे हैं। एक यूजर ने कहा कि वैसे तो आजकल लोगों में इंसानियत नहीं, मगर सेना के जवानों के जज्बे से सभी को सबक लेना चाहिए।

गर्भवती के परिजनों ने भी सेना के जवानों का आभार व्यक्त (Indian Army Soldiers Rescued Pregnant Woman) किया कि उन्होंने जच्चा-बच्चा की जान बचाई। बता दें कि उत्तरी कश्मीर के मोनाबल (kupwara) में गुरुवार रात यानि 1 फरवरी को सेना की 30RR के जवानों ने गर्भवती महिला (Pregnant Woman) की सहायता करके उसे हॉस्पिटर पहुंचाया।

रास्तें ब्लॉक और कोई साधन न होने की वजह से बेबस थे परिजन बेबस

सेना के जवानों ने बताया कि भारी बर्फबारी होने की वजह से कुपवाड़ा के अंदरुनी (Indian Army Soldiers Rescued Pregnant Woman) इलाकों की सड़कें ब्लॉक हो चुकी हैं। मोनाबल में रहने वाले मंजूर अहमद खान की पत्नी को प्रसव पीड़ा शुरू (Pregnant Woman) हो गई थी। आशा वर्कर ने उसकी हालत देखते हुए उसे अस्पताल ले जाने को कहा, मगर रास्तें ब्लॉक और कोई साधन (Pregnant Woman) न होने की वजह से परिजन बेबस नजर आए।

मंजूर ने सहायता मांगने के लिए सैन्य शिविर में फोन किया। सेना के डॉक्टर जरूरी दवाओं और बचावकर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे, मगर हालत नाजुक होने के चलते जवानों ने महिला को कंधों पर लादकर 5 km दूर उपजिला अस्पताल लंगेट पहुंचाया।
5 km तक कड़ी मेहनत से सैनिकों की प्रतिबद्धता और उत्साह को देखकर परिवार (Indian Army Soldiers Rescued Pregnant Woman) की आंखों में आंसू आ गए। किसी भी देरी से मां और बच्चे दोनों की जान को खतरा हो सकता था। उन्होंने कहा कि इस निस्वार्थ कार्य की स्थानीय लोगों और डॉक्टरों ने व्यापक रूप से सराहना की और यह कुपवाड़ा में मजबूत

‘अवाम जवान कनेक्ट’ का सच्चा प्रमाण है।

भारी बारिश के कारण सड़कें फिसलन (Indian Army Soldiers Rescued Pregnant Woman) भरी और पूरी तरह से अवरुद्ध हो गईं। उन्होंने कहा, चूंकि सड़कें संकरी, घुमावदार और खतरनाक थीं, इसलिए कोई भी निजी वाहन घर तक नहीं पहुंच सका।

Written By । Prachi Chaudhary । Nationa Desk । Delhi

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