देहरादून। CBI की स्थानीय शाखा के अधिकारियों ने देहरादून कैंट बोर्ड के दो रिश्वतखोर बाबू गिरफ्तार कर लिया है। दोनो को जेल भेजने की तैयारी की जा रही है। CBI की इस कार्रवाई के बाद देहरादून कैंट बोर्ड में हड़कंप मचा हुआ है।
गिरफ्तार किये गये रिश्वतखोर आरोपी बाबुओं के नाम रमन अग्रवाल और शैलेन्द्र कुमार हैं। ये दोनों देहरादून कैंट बोर्ड में बतौर लिपिक तैनात हैं। इसने खिलाफ कुछ दिन पूर्व 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगने की शिकायत दर्झ करायी गयी थी।
25 हजार की रिश्वत मांगी थी
CBI के जन संपर्क अधिकारी आर के गौड ने इस कार्रवाई की जानकारी दी। गौड़ का कहना है कि प्रेमनगर के रहने वाले वेद प्रकाश गुप्ता ने CBI में शिकायत दर्ज करायी थी। शिकायत में कहा गया था कि देहरादून कैंट बोर्ड में तैनात रमन अग्रवाल व शैलेन्द्र कुमार उनसे 25 हजार रुपये की रिश्वत मांग रहे हैं।
दाखिल खारिज नहीं कर रहे थे
वेद प्रकाश गुप्ता को कैंट बोर्ड में अपना दाखिल खारिज करना था। लेकिन रमन और शैलेन्द्र उन्हें काफी समय से तंग कर रहे थे। उन्होने कहा कि 25 हजार रुपये देने पर ही उनका दाखिल खारिज किया जा सकता है। वेद प्रकाश गुप्ता कई बार उनसे अपना काम करने के लिए जा चुके थे। लेकिन कैंट बोर्ड वेद प्रकाश गुप्ता को हर बार निराश ही हाथ लगती थी।
इससे तंग आकर उन्हें CBI कार्यालय जाकर 25 हजार रुपये रिश्वत मांगने की शिकायत कर दी। CBI की टीम कार्रवाई करने बृहस्पतिवार दोपहर को देहरादून कैंट बोर्ड कार्यालय पहुंची। वहां सीबीआई के पहुंचे ही हड़कंप मच गया।
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CBI ने घंटों वहां के कार्यालय के दस्तावेज खंगाले। इसके बाद बाबू रमन अग्रवाल और शैलेन्द्र कुमार से पूछताछ की। CBI ने कुछ देर बाद ही 25 हजार रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में दोनों को गिरफ्तार कर लिया।
रमन अग्रवाल और शैलेन्द्र कुमार को गिरफ्तार करने के बाद CBI ने दोनों आरोपियों को सीबीआई कोर्ट में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।