Cleanliness challenge in Haldwani: कुमाऊं का सबसे बड़ा नगर निगम हल्द्वानी, जो स्वच्छता रैंकिंग में सुधार की उम्मीद कर रहा था, अब सफाई व्यवस्था के गंभीर संकट से जूझ रहा है। शहर की सफाई को आधुनिक और प्रभावी बनाने के लिए अप्रैल 2023 में नगर निगम ने 46 लाख रुपये की लागत से ऑटोमेटिक सुपर वैक्यूम क्लीनिंग ‘जटायु’ मशीन खरीदी थी। लेकिन, यह महत्वाकांक्षी प्रयास अब असफल होता दिख रहा है, क्योंकि मात्र तीन महीने के संचालन के बाद ही मशीन खराब हो गई और अब नगर निगम परिसर में बेकार पड़ी जंग खा रही है।
जटायु मशीन: सफाई के लिए आधुनिक समाधान
पुणे से मंगाई गई यह मशीन शहर की सड़कों और कचरे की सफाई में अहम भूमिका निभाने के लिए डिजाइन की गई थी। इसकी खासियत यह है कि यह सिर्फ एक वाहन चालक और एक सफाई कर्मचारी की मदद से सड़कों से सूखा कूड़ा तेजी से खींच सकती है। यहां तक कि रात के समय भी इस मशीन का उपयोग किया जा सकता है, जिससे कम समय में ज्यादा सफाई सुनिश्चित होती। नगर निगम ने इसे स्वच्छता अभियान को गति देने के लिए एक बड़ा कदम माना था।
सफाई व्यवस्था में गिरावट
मशीन की तकनीकी खराबी ने नगर निगम की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है। खराबी के कारण मशीन बीते कुछ महीनों से बंद पड़ी है। इस बीच, हल्द्वानी नगर निगम के नगर आयुक्त विशाल मिश्रा ने बताया कि मशीन को ठीक करने के लिए तकनीकी विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जल्द ही मशीन को चालू कर लिया जाएगा। हालांकि, मशीन के खराब होने से सफाई अभियान पर प्रतिकूल असर पड़ा है और अन्य संसाधनों के सहारे सफाई व्यवस्था को बनाए रखने का प्रयास किया जा रहा है।
स्वच्छता रैंकिंग में गिरावट की आशंका
शहर में सड़कों और सार्वजनिक स्थलों पर कचरे की बढ़ती समस्या को देखते हुए, स्वच्छता रैंकिंग में सुधार की उम्मीद धूमिल होती नजर आ रही है। नगर निगम की यह विफलता न केवल शहर की स्वच्छता पर सवाल खड़े कर रही है, बल्कि इसे लेकर जनता में भी असंतोष बढ़ रहा है।
जनता में रोष, नगर निगम पर सवाल
शहरवासी सवाल उठा रहे हैं कि आखिर लाखों रुपये की लागत से खरीदी गई मशीन इतने कम समय में कैसे खराब हो गई? नगर निगम द्वारा रखरखाव में लापरवाही और मशीन खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता की कमी को लेकर भी आरोप लग रहे हैं। जनता का कहना है कि यदि मशीन जल्द ठीक नहीं की गई, तो सफाई व्यवस्था पूरी तरह चरमरा सकती है।
आगे की राह
नगर निगम को न केवल मशीन को तुरंत दुरुस्त करने की जरूरत है, बल्कि यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी तकनीकी विफलताएं न हों। शहर की स्वच्छता के लिए आधुनिक संसाधनों का सही उपयोग और उनकी देखभाल महत्वपूर्ण है।
स्वच्छता में हल्द्वानी को देश के शीर्ष शहरों में शामिल करने की उम्मीदों को कायम रखने के लिए, प्रशासन को ठोस कदम उठाने होंगे। “जटायु” मशीन का पुनः संचालन इस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हो सकता है।