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Chandrayaan-3 लॉन्चिंग के काउंटडाउन वाली आवाज हमेशा के लिए हुई बंद

ISRO scientist Passes Away: भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की वैज्ञानिक वलारमथी (N Valarmathi) का 2 सितंबर की शाम दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। उन्होंने चेन्नई में अंतिम सांस ली. वलारमथी ने ISRO के कई सफल रॉकेट प्रक्षेपणों का मार्गदर्शन किया था। उन्होंने देश की अंतरिक्ष अन्वेषण यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्होंने Chandrayaan-3 की लॉन्चिंग काउंटडाउन को भी अपनी आवाज दी थी।

Chandrayaan-3

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Chandrayaan-3 हो या ISRO का कोई भी सेटेलाइट लॉन्चिंग जब पूरी दुनिया की निगाहें रॉकेट की तरफ रहती हैं तो कानों में एक ही आवाज आती है। यह आवाज होती है काउंटडाउन की। श्रीहरिकोटा में रॉकेट प्रक्षेपण के लिए उलटी गिनती 10,9,8,7… सुनाई देती है। फीमेल की यह काउंटडाउन वाली आवाज अब लोगों को सुनाई नहीं देगी। यह आवाज हमेशा के लिए शांत हो गई है। यह काउंटडाउन वाली आवाज Chandrayaan-3 लॉन्चिंग के दौरान सुनाई दी थी। इसे आवाज देने वाली भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) की वैज्ञानिक वलारमथी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया है। Chandrayaan-3, 14 जुलाई को श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से लॉन्च किया गया था।

23 अगस्त को Chandrayaan-3 के लैंडर मॉड्यूल (LM) ने चंद्रमा की सतह को छुआ। इसमें विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर थे। यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन गया है। इतना ही नहीं लैंडिंग ने पृथ्वी के एकमात्र प्राकृतिक उपग्रह के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचने वाला पहला देश बना दिया है।

ISRO ने जताया दुख

वैज्ञानिक वलारमथी की मृत्यु पर ISRO ने बताया कि रॉकेट लॉन्च काउंटडाउन के पीछे की प्रतिष्ठित महिला आवाज को श्रीहरिकोटा से भविष्य के मिशनों में नहीं सुना जाएगा। वलारमथी मैम के अप्रत्याशित निधन के साथ, आवाज हमेशा के लिए फीकी पड़ गई है. वलारमथी मैम का 2 सितंबर यानि शनिवार की शाम चेन्नई के एक अस्पताल में हार्ट अटैक आने से देहांत हो गया।

हमेशा के लिए बंद हुई वलारमथी मैडम की आवाज

WION के अनुसार, वेंकटकृष्ण ने ‘X’ पर किए गए एक पोस्ट में वलारमथी के निधन की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि श्रीहरिकोटा से ISRO के आगामी मिशनों में अब वलारमथी मैडम की आवाज सुनाई नहीं देगी। मिशन Chandrayaan-3 उनका अंतिम काउंटडाउन था। उनके निधन से गहरा दुख हुआ है।

सबकी प्यारी थीं वलारमथी

जानकारी के मुताबिक बता दें वलारमथी अपने सहयोगियों के बीच ‘मैम’ के नाम से भी जानी जाती थीं। कई सालों तक ISRO टीम का एक अभिन्न भाग रहीं। आत्मविश्वास और अधिकार से भरी उनकी विशिष्ट आवाज ने ISRO के कई सफल रॉकेट प्रक्षेपणों का मार्गदर्शन किया है। उन्होंने देश की अंतरिक्ष अन्वेषण यात्रा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

चेन्नई में जन्मी वलारमथी

चेन्नई में जन्मी और पली-बढ़ी,वलारमथी को कम उम्र से ही विज्ञान और प्रौद्योगिकी का बेहद शौक था। उन्होंने इंजीनियरिंग में अपनी शिक्षा प्राप्त की और एक युवा उम्र में ही ISRO का हिस्सा बन गई। इन सालों में, वह अपने सटीक काउंटडाउन और अपने काम के प्रति अटूट समर्पण के साथ संगठन के लिए एक अमूल्य संपत्ति बन गईं।

Prachi Chaudhary

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