Chhath Puja 2024: आस्था की डगर पर उतरे लाखों श्रद्धालुओं , सुरक्षा व्यवस्था के खास इंतजाम
Chhath Puja 2024: Lakhs of devotees on the path of faith, special arrangements for security
Chhath Puja 2024: लोक आस्था के महापर्व के तीसरे दिन यानि आज अस्ताचलगामी (डूबते हुए) सूर्य को अर्घ्य दिया जा रहा हैं. काशी के गंगा घाट समेत अयोध्या, नोएडा, लखनऊ में छठ व्रती छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीडे देखने को मिल रही है. कई लोग घरों की छत और घर के सामने तालाब बनाकर पूजा कर रहे हैं . कई लोग घरों की छत और तालाबों में छठ पूजा मना रहे हैं
आज डूबते सूर्य को महिलाएं देगी अर्घ्य
आपको बता दें बुधवार की शाम घाट की वेदियों पर दीप जलाकर महिलाओं ने एक दूसरे की मांग में सिंदूर लगाया। खरना का प्रसाद ग्रहण करने के साथ ही निर्जला व्रत आरंभ किया गया। घर पर महिलाओं ने ठेकुआ सहित अन्य पकवान बनाकर छठ माता की गीत गया। आज शाम के वक्त घाटों पर भीड़ लगी, जहां पर महिलाओं ने डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। शहर में चारों ओर छठ मैया के लोकगीतों से वातावरण गूंज उठा।
नगर निगम द्वारा इस महापर्व के लिए 3000 कर्मचारियों को मैदान में उतारा गया है। इन कर्मचारियों की सहायता से गंगा नदी के सभी 84 घाटों, 63 कुण्डों, और नव विस्तारित क्षेत्रों में तालाबों की सफाई का कार्य पूरा किया गया है। घाटों से सिल्ट हटाकर उन्हें साफ किया गया है और हर घाट पर स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं, जिससे वे रात्रि में पूरी तरह जगमगा उठे हैं।
नगर आयुक्त अक्षत वर्मा खुद अधिकारियों के साथ पल-पल की स्थिति की ऑनलाइन मॉनिटरिंग कर रहे हैं। अपर नगर आयुक्त दुष्यन्त कुमार मौर्य घाटों और कुण्डों की सफाई व्यवस्था का निरीक्षण कर रहे हैं और सभी स्वास्थ्य निरीक्षकों को निर्देश दे रहे हैं कि किसी भी प्रकार की कमी न रहे। इसके अलावा मुख्य अभियंता मोइनुद्दीन और अपर नगर आयुक्त राजीव कुमार राय घाटों पर नजर रख रहे हैं और सुनिश्चित कर रहे हैं कि सब कुछ सुचारू रूप से चल रहा है। निचले स्तर के अधिकारियों के साथ अपर नगर आयुक्त विनोद कुमार गुप्ता ने स्ट्रीट लाइट लेआउट की जांच की, जिस पर विशेष ध्यान दिया गया है।
डाला छठ की पूजा के बाद घाटों को शीघ्र ही फिर से साफ करने के लिए भी योजनाएं बनाई गई हैं। 7 नवंबर की शाम को पूजा समाप्त होते ही रात में घाटों की सफाई का कार्य शुरू किया जाएगा, जिससे 8 नवंबर की सुबह पूजा के समय घाट पूरी तरह से साफ और व्यवस्थित रहें।
इस दिन के लिए रात में ज़्यादा सफ़ाई कर्मचारी भेजे जा रहे हैं। गंगा को साफ़ रखने और सभी घाटों पर लगातार निगरानी रखने के लिए, रात में ट्रैश स्किमर भी चलाए जाएँगे ताकि नदी में तैर रहे फूलों और मालाओं को हटाया जा सके।