Saharanpur Latest Crime News: नकली पुलिस बनकर घड़ीसाज से 80 हज़ार का साइबर फ्रॉड
Saharanpur Latest Crime News: नकली पुलिस बनकर घड़ीसाज से 80 हज़ार का साइबर फ्रॉड, कहा “सावधान! बेटा दुष्कर्म के आरोप में गिरफ्तार, छुड़ाना चाहते हो तो 2 लाख कीजिए ट्रांसफर”।
Saharanpur Latest Crime News हमारे देश में प्रत्येक क्षेत्र में इतना अधिक डिजिटलाइजेशन होने के बावजूद भी साइबर क्राइम (cyber crime) पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लग पा रहा है। साइबर ठगी के अधिकतर मामलों में ना तो साइबर ठग का पता चल पाता है और ना ही वह पुलिस (police) के चंगुल में फंस पाते हैं। और दुर्भाग्य की बात यह है कि इतनी जागरुकता के बाद भी लोग एक के बाद एक साइबर फ्रॉड (cyber froud) का शिकार होते जा रहे हैं।
जिनके बच्चे अपने गांव-शहर से बाहर निवास करते हैं या किसी काम के लिए बाहर गए हुए होते हैं वह लोग सतर्क रहें क्योंकि एक नया फ्रॉड ट्रेडिंग में चल रहा है। आपके पास एक कॉल आएगा कॉल करने वाला अपने आप को पुलिसकर्मी बताएगा। आपके बेटे का नाम किसी संगीन अपराध में लिप्त होने की वजह से पुलिस की गिरफ्त में बताकर उसको छुड़ाने के लिए आपसे रूपयों की मांग करेगा।
ऐसा ही एक मामला जनपद सहारनपुर (Saharanpur) के गंगोह में हुआ है। गंगोह निवासी घड़ीसाज धर्म सिंह का बेटा गुड़गांव (gurgaon) में नौकरी करता है। पीड़ित घड़ीसाज के पास कॉल आयी कि मैं गुडगांव से पुलिस विभाग से बात कर रहा हूं और आपके बेटे को दुष्कर्म के आरोप में गुडगांव पुलिस (gurgaon) ने गिरफ्तार कर लिया गया है। आपके बेटे के साथ-साथ चार आरोपी और गिरफ्तार किए गए हैं। हालांकि आपका बेटा निर्दोष है इसलिए अगर उसको छुड़ाना चाहते हो तो 80 हज़ार भेज दीजिए।
पीड़ित ने 40-40 हज़ार की दो ट्रांजैक्शन उस नकली पुलिस द्वारा बताए गए नंबर पर फोनपे के माध्यम से की। उसके बाद साइबर फ्रॉड की मांगे बढ़ने लगी साइबर फ्रॉड ने कहा डिपार्टमेंट में 80 हजार में नहीं मान रहे हैं आपको 2 लाख रुपये भेजने पड़ेंगे तब आपका बेटा रिहा हो पाएगा।
तब पीड़ित को आभास हुआ कि कहीं वह साइबर फ्रॉड का शिकार तो नहीं हो रहा है तो पीड़ित ने पत्नी के कहने पर गुड़गांव में अपने बेटे से संपर्क किया तो पता चला उसका बेटा गुड़गांव में स्तिथ अपने दफ्तर में सकुशल अपना कार्य कर रहा है। इस प्रकार पीड़ित 80 हज़ार के साइबर फ्रॉड का शिकार हो गया । पीड़ित ने इस ठगी की शिकायत ऑनलाइन साइबर क्राइम पोर्टल पर की है। अब देखना यह है साइबर क्राइम(cyber crime) डिपार्टमेंट इस साइबर ठग का पता लगाकर उसको पकड़ पता है या नहीं?