चुनावी साल में हिजाब और धर्मान्तरण से बढ़ रहा है मध्य प्रदेश का तापमान!
Damoh Religion Conversion! मध्यप्रदेश के दमोह जिला सुर्खियों में है। चारो तरफ बीएस यही चर्चा हो रही है कि यहाँ हिजाब का खेल चल रहा है और उस खेल के तहत हिन्दू लड़कियों का धर्मांतरण भी हो रहा है। और यह सब खेल एक स्कूल के जरिये किया जा रहा है। लेकिन कहानी तो यह है कि यह आरोप किसी की तरफ नहीं नहीं लगाए गए हैं। खुद स्कुल में पढ़ने वाली लड़कियों ने ही यह बात कही है और शिक्षिकाओं पर यह सब करने का आरोप भी लगाया है। दसच क्या है इसकी जाँच चल रही है। शिवराज सरकार इस खेल से काफी नाराज हैं और उन्होंने इसकी गंभीरता को देखते हुए गहन जांच कराने की तैयारी की है। उन्होंने कहा है कि अगर यह सब हुआ है तो शिक्षिकाओं को भी दंडित किया जायेगा और स्कूल का पंजीकरण भी रद्द होगा।
दरअसल यह बवाल तब सामने आया जब दमोह के गंगा जमुना हाई स्कूल में एक पोस्टर में हिन्दू छात्रों को हिजाब पहने दिखाया गया। पहले हिजाब की बात उठी और फिर मामला धर्मान्तरण तक पहुँच गया। अब हिन्दू छात्राएं भी कह रही है कि ऐसा हो रहा है। कई हिन्दू शिक्षिकाओं को यहाँ आने से पहले धर्म परिवर्तन कराने की बात भी सामने आई है। कई शिक्षिकाएं भी कह रही है कि यहाँ पढ़ाने से पहले धर्म परिवर्तन करना होता है। कई बच्चों ने भी कहा है कि हमें नमाज तक पढ़ने को मजबूर किया जाता है। इसके साथ ही इस्लामिक आयाते पढ़ने को भी मजबूर किया जाता है। इस जानकारी की बाद दमोह से लेकर भोपाल तक सियासी पारा चढ़ गया है। हलाकि अब मामले में कई लोगों पर केस भी दर्ज किये गए हैं और गहन जांच भी की जा रही है।
दमोह के पुलिस अधीक्षक का बयां सामने आया है। पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह ने कहा है कि तीन बच्चों के बयान के बाद स्कूल प्रबंध कमिटी के दस लोगों के खिलाफ धारा 295 और 506 के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है और जांच की जा रही है। वही बाल अधिकार आयोग के प्रियंक कानूनगों के ट्वीट के जरिये कहा है कि दमोह के जिस स्कूल में हिन्दू बच्चों को हिजाब पहनाने और इस्लामिक शिक्षा दिए जाने और धर्मान्तरण का प्रयास किये जाने के मामले में जांच चल रही है। यह उसका प्रतीक चिंग यानी लोगो है जिसमे भारत के नक़्शे के साथ छेड़छाड़ करके आधा भारत ही गायब कर दिया गया है। इतना ही नहीं इस स्कूल के मालिक के सभी संस्थाओं में यही नक्शा प्रतीक चिन्ह की तरह उपयोग किया जा रहा है। भारत के नक़्शे साथ जो छेड़छाड़ की गई उसे कतई बर्दास्त नहीं किया जा सकता।
इस मामले को लेकर अब हिन्दू वाड़ी संगठनों ने स्कूल प्रबन्दं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जिला प्रशासन पर भी स्कूल प्रबंधन को सहयोग लगाने का आरोप लग रहा है। जिला शिक्षा अधिकारी के मुँह पर स्याही पोत दी गई है। कलेक्टर के खिलाफ भी नारेबाजी चल रही है। हिन्दू संगठनों के दबाव में सीम शिवराज चौहान ने कहा है कि प्रदेश में धर्मान्तरण का कोई भी कुचक्र नहीं चलने दिया जायेगा। हमने बड़े स्तर पर जांच के आदेश दिए हैं। अब हर मदरसे और स्कूलों की जाँच होगी जहाँ भी गलत तरीके से शिक्षा दी जा रही है उसे बंद किया जाएगा और दण्डित भी किया जायेगा। और फिर कोई भी स्कूल किसी को हिजाब पहनने के लिए विवश नहीं कर सकता।
शिवराज सिंह ने कहा है कि दमोह का मामला काफी गंभीर है। हम इस पर नजर रखे हुए हैं। जिस तरह से बेटियों ने बयान दिए हैं वह अचंभित करने वाला है। गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि पहले हम एफआईआर कर रहे हैं।
जो भी दोषी होगा उस पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। पढाई के नाम पर अगर इस तरह का खेल किया जा रहा है तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। हम उन्हें दंड देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि इस तरह के खेल इस राज्य में नहीं चलेंगे। ऐसे लोगों को नेस्तनाबूत कर दिया जायेगा। यह गंभीर मामला है।