कोर्ट में कैदी पर चाकुओं से जानलेवा हमला, एक आरोपी को पुलिस ने दबोचा, एक फरार
UP News: प्रतापगढ़ के जिला दीवानी न्यायालय में आज पेशी पर आये विचाराधीन कैदी पर पुलिस अभिरक्षा में चाकुओं से जानलेवा हमला होने के बाद हड़कंप मच गया, अफरा तफरी के बीच घायल कैदी को मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। अदालत परिसर में मौजूद पुलिसकर्मियों ने एक आरोपी को दबोच लिया तो दूसरा भीड़ में फरार हो गया, घटना में एक सिपाही को भी आई चाकू से खरोच। घटना उस समय हुई जब विचाराधीन बन्दी अदालत में सुनवाई के बाद वापस आ रहा था अभी वह सीढ़ियों पर पहुचा ही था कि पहले से घात लगाए हमलावरों ने हमला बोल दिया।
बताया जा रहा है कि नगर कोतवाली के कांसीराम कालोनी का रहने वाला अटल विहारी नाबालिग से दुष्कर्म के मामले में जिला कारागार में बंद है जिसका ट्रायल चल रहा है, इसी के चलते आज उसे पॉक्सो कोर्ट में पेश किया गया था, पेशी के बाद मुलजिम अटल बिहारी को पुलिस लेकर नीचे की ओर आ रही थी अभी वह सीढ़ियों पर पहुचा था कि उसके ऊपर चाकू से ताबड़तोड़ जानलेवा हमला कर दिया गया, बीच-बचाव करने में सिपाही को भी चाकू से कनगुरी में खरोच आ गई। सूचना पर कोर्ट परिसर में हड़कंप मच गया वही पुलिस के आला अफसर भाग कर मौके पर पहुंचे और घायल बंदी के अलावा सिपाही को लेकर जिला मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया जहां उसका उपचार चल रहा है। हालांकि पुलिस के जवानों ने एक आरोपी को धर दबोचा जबकि दूसरा फरार होने में सफल हो गया। घायल बन्दी ने बताया कि वह 376 के मामले में पिछले 3 सालों से जेल में बंद है और आज पेशी के दौरान उसके रिश्तेदार ने ही उसे चाकू मारी है।
घटना की बाबत पीड़ित के अधिवक्ता ने बताया कि आज हमारे मुवक्किल अटल विहारी की 376 के मुकदमें में पॉक्सो कोर्ट में पेशी थी सुबह नौ से साढ़े नौ बजे के करीब कोर्ट में बैठा था क्योंकि वादी मुकदमा पीड़िता की मां से आज जिरह होनी थी लेकिन तारीख लग गई जिसके चलते उसे वापस लॉकअप में ले जाया जा रहा था अभी वह सीढियों से नीचे की ओर आ रहा था कि पीछे से उसकी आंख को दबा लिया गया और गला रेतने का प्रयास किया गया लेकिन मेरे मुवक्किल ने झटका जिसके चलते चाकू फिसल कर कंधे पर जा धसा जिसके चलते उसके कंधे पर लगभग चार इंच का घाव हो गया इतना ही नहीं उसे बचाने के चक्कर मे सिपाही को भी चोट आई है। लॉकअप पर भीड़ देख कर मैं पहुचा तो देखा कि मेरा मुवक्किल घायल था जिसके बाद उसे व सिपाही को भी इलाज के लिए लाया गया। बड़ा सवाल तो यह है कि किले में तब्दील हो चुके अदालत परिसर के गेट पर मेटल डिटेक्टर के साथ ही पुलिस पीएसी का कड़ा पहरा होने के बावजूद चाकू परिसर के भीतर पहुचा कैसे।