उत्तर प्रदेशराज्य-शहर

UP Ghaziabad News: विनाशकारी अग्निकांड: रासायनिक फैक्ट्री में धधकी भयानक आग

Devastating fire incident: Terrible fire blazes in chemical factory

UP Ghaziabad News: जब रात्रि के सन्नाटे को चीरते हुए आग की लपटें आसमान छूने लगीं, मोदीनगर फायर स्टेशन के कंट्रोल रूम पर मध्यरात्रि 00:32 बजे एक गंभीर संदेश आया। चार्ली 3 द्वारा बताया गया कि दिल्ली-मेरठ मार्ग पर गंग नहर पुल के निकट स्थित औद्योगिक क्षेत्र की एक फैक्ट्री धधक रही है। हर पल के महत्व को समझते हुए, मोदीनगर फायर स्टेशन की दोनों फायर टेंडर यूनिट्स पूरी तैयारी के साथ तुरंत घटनास्थल की ओर निकल पड़ीं।

पवनपुरी इंडस्ट्रियल एरिया के प्लॉट नंबर 87-A पर संचालित ‘शिवा ऑयल्स एंड केमिकल्स’ और ‘बीo आरo एग्रो ऑयल्स’ की फैक्ट्रियों में आग का तांडव अपने चरम पर था। लगभग 2000 वर्गमीटर के भूखंड पर फैली इन इकाइयों में भारी मात्रा में संग्रहित रासायनिक पदार्थ और खाद्य तेलों के ड्रम्स आग की लपटों से फटने लगे, जिससे टीन की छत और बाउंड्री वाल ढहने लगी। श्रीमती रेखा गोयल और श्री हरिप्रकाश गोयल की मिल्कियत वाली इन फैक्ट्रियों ने जल्द ही आग का विकराल रूप धारण कर लिया।

फायर सर्विस यूनिट ने मौके की नजाकत को भांपते हुए, बिना देर किए, आग बुझाने का काम आरंभ कर दिया। हौज पाइपों को फैक्ट्री के मुख्य द्वार से जोड़ते हुए, दमकल कर्मियों ने जान की परवाह किए बिना, आग की लपटों को चुनौती दी। जैसे-जैसे आग बढ़ती गई, मुख्य अग्निशमन अधिकारी, गाजियाबाद को तुरंत सूचित किया गया, जिन्होंने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए आसपास के सभी दमकल स्टेशनों से अतिरिक्त फायर टेंडर बुलाए। कोतवाली, साहिबाबाद, वैशाली, लोनी, परतापुर और गौतम बुद्ध नगर से 12 फायर टेंडर घटनास्थल की ओर कूच कर दिए गए।

इस अग्निकांड की लपटें इतनी भयानक थीं कि आग पास के प्लॉट नंबर 87-B पर स्थित ‘सिंडिकेट पैकेजिंग प्राइवेट लिमिटेड’ की गत्ते की फैक्ट्री तक जा पहुंची। किन्तु फायर ब्रिगेड की बहादुरी और कर्तव्यपरायणता ने इस आग को और फैलने से रोक लिया। लगातार पंपिंग कर गत्ते के रोल्स में लगी आग को तुरंत काबू में किया गया।

ब्रह्मांड में जैसे युद्ध की स्थिति उत्पन्न हो चुकी थी, लेकिन फायर सर्विस की सतर्कता और वीरता से प्लॉट नंबर 87-A के दूसरी ओर स्थित फैक्ट्री और पीछे के खेतों में खड़ी गन्ने की फसल को भी सुरक्षित बचा लिया गया। इस विनाशकारी अग्निकांड का सटीक कारण अभी तक ज्ञात नहीं हो सका है, परन्तु इस भीषण आपदा में किसी भी जान-माल की हानि नहीं हुई।

गौरतलब है कि इन फैक्ट्रियों में अग्निशमन के मानक उपाय पूरी तरह अनुपस्थित थे, जो इस घटना की भयावहता को बढ़ाने में एक महत्वपूर्ण कारण रहा। घटनास्थल पर स्थानीय पुलिस, सहायक पुलिस आयुक्त और फायर सर्विस के अधिकारियों ने मिलकर रात्रि भर जूझते हुए इस विकराल आग पर काबू पाया और फिलहाल कूलिंग का काम जारी है।

आकाश की ओर उठती धुएं की लपटों ने न केवल शहर की रात को जागृत रखा, बल्कि प्रशासन को आगाह भी किया कि सुरक्षा मानकों की अनदेखी कैसे एक त्रासदी का रूप ले सकती है।

Praveen Mishra

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Back to top button