UP Ghaziabad News: डासना जिला जेल में 33 बंदियों पर हेपेटाइटिस का कहर, स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप
UP Ghaziabad News: Hepatitis wreaks havoc on 33 prisoners in Dasna district jail, panic in the health department
UP Ghaziabad News: डासना जिला जेल में एक बार फिर से गंभीर बीमारी का प्रकोप देखने को मिला है। रैंडम जांच के दौरान 33 बंदियों में हेपेटाइटिस संक्रमण की पुष्टि हुई है, जिससे जेल प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई है। हैरत की बात यह है कि ये बंदी इस घातक बीमारी से पूरी तरह अनजान थे। अब इनका इलाज शुरू करने के लिए इनके वायरल लोड का पता लगाया जा रहा है।
स्वास्थ्य अभियान में हुआ खुलासा
सितंबर के आखिरी हफ्ते, 25 और 26 तारीख को, जेल परिसर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 488 बंदियों की स्क्रीनिंग की थी, जिनमें से 158 महिलाएं और 330 पुरुष बंदी थे। जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. आर.के. गुप्ता ने बताया कि जांच रिपोर्ट सोमवार को आई, जिसमें 33 बंदियों को संक्रमित पाया गया। इनमें से 29 पुरुष और 4 महिलाएं हैं। इनमें हेपेटाइटिस सी के 28 मामले और हेपेटाइटिस बी के 4 मामले सामने आए हैं। आश्चर्यजनक रूप से, एक बंदी ऐसा भी है जो दोनों प्रकार के हेपेटाइटिस से ग्रस्त है। संक्रमितों की उम्र 25 से 45 वर्ष के बीच है, जो कि इस घातक संक्रमण की गंभीरता को उजागर करता है।
इलाज के लिए सैंपल भेजे गए
डॉ. गुप्ता ने बताया कि बंदियों का इलाज तभी शुरू होगा, जब उनके वायरल लोड का आकलन हो जाएगा। इसके लिए खून के सैंपल की जांच की जा रही है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही इलाज की प्रक्रिया को आगे बढ़ाया जाएगा। उन्होंने कहा, “हमारी टीम पूरी तरह सतर्क है, और जेल प्रशासन को भी विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिए गए हैं। जेल के भीतर डॉक्टरों को लगातार निगरानी रखने का आदेश दिया गया है।”
पूर्व की घटनाओं की पुनरावृत्ति
डासना जेल में इस तरह की बीमारी का प्रकोप पहले भी देखा गया है। दिसंबर 2023 में हुई स्क्रीनिंग में 67 बंदियों में हेपेटाइटिस और 7 बंदियों में एचआईवी का संक्रमण पाया गया था। उस समय भी यह मामला बेहद गंभीर रूप से उभरा था और अब एक बार फिर से स्वास्थ्य महकमे के सामने चुनौती खड़ी हो गई है।
जेल प्रशासन अलर्ट पर
जेल प्रशासन ने इस बार भी स्वास्थ्य विभाग के साथ मिलकर संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। जेल में तैनात मेडिकल टीम और अन्य स्टाफ को विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत दी गई है। फिलहाल संक्रमित बंदियों का इलाज जल्द से जल्द शुरू करने के लिए सभी तैयारियां की जा रही हैं, ताकि हालात नियंत्रण में लाए जा सकें। डासना जेल में फैले इस संक्रमण ने फिर से जेल परिसर में स्वास्थ्य सेवाओं की चुनौती को उजागर कर दिया है।