हरिद्वार। उत्तराखंड में हो रहे त्रिस्तरीय चुनावों में गांवों की सरकार चुनने के लिए ग्राम प्रधान प्रत्याशी ( Gram Pradhan Candidate) किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं। वे मतदाताओं को लुभाकर वोट पाने के लिए दावत के नाम पर उन्हें शराब के नाम पर ज़हर पिलाने से भी बाज नहीं आ रहे हैं।
जनपद की ग्राम पंचायत शिवगढ में एक महिला प्रत्याशी के पति ने दावत देने के नाम उन्हें जहरीली शराब पिलाई और अपने कथित एक दर्जन समर्थकों की जान ले ली। पुलिस ने महिला प्रत्याशी बबली के पति डॉ. बिजेन्द्र को गिरफ्तार कर लिया है।
जनपद के थाना पथरी के अंतर्गत ग्राम पंचायत शिवगढ बड़ी ग्राम पंचायत है। यह ग्राम पंचायत चार गांवों को मिलकर बना है और इसमें करीब 3630 मतदाता है। ग्राम प्रधानी के लिए यहां नौ प्रत्याशी चुनाव मैदान में हैं। इनमें एक महिला प्रत्याशी बबली के पति डॉ. बिजेन्द्र पत्नी का हर कीमत पर प्रधान बनाना चाहता था। हालांकि नामांकन प्रक्रिया से पूर्व से ही महिला प्रत्याशी बबली का खेल बिगड़ गया।
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बबली के पति डॉ. बिजेन्द्र ने शुक्रवार रात को मतदाताओं को अपनी ओर से पीने के लिए शराब बांटी थी। उसने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान जमकर शराब पिलाने का वाद भी किया था, उसके लिए खेत में शराब दबा कर स्टॉक कर रखी थी। उसने शुक्रवार को जो कच्ची शराब बांटी थी, उसमें एथेनॉल की मात्रा अधिक होने से वह जहरीली हो गयी थी।
गांव शिवगढ व पडौसी गांव फूलगढ के लोग उससे शराब मांग कर लाये थे, जिसे पीकर उनके लीवर और अन्य अंगों में जबरदस्त इंफेक्शन हुआ और उनमें शुक्रवार की रात पांच और शनिवार को तीन लोगो की मौत हो गयी, जबकि रविवार और सोमवार को भी दो-दो लोगों की मौत हो गयी। चुनाव में शराब बांटे जाने और दर्जन भर लोगों की मौत से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अवैध शराब बनाने पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिये हैं।
सीएमओ डा. खगेन्द्र कुमार का कहना है कि शराब पीने से मारे गये एक दर्जन से लोगों की पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में मौत का कारण उनके शरीर में एथेनॉल का होना पाया गया है। इस अवैध और कच्ची शराब में एथेनॉल की मात्रा ज्यादा होने से उनकी जान गयी।