लखीमपुर खीरी: प्रदेश राजधानी के आसपास के कई जिलों में दो दिन तक हुई लगातार मूसलाधार बारिश और तेज हवाएं चलीं। इसके चलते जनजीवन अस्त व्यस्त है। बारिश और तेज हवाओं से फसलें खेतों में गिर गये हैं। पेड़ उखड़कर घरों व सड़कों पर गिर गये। इससे सड़क मार्ग बाधित हो गयीं। प्रदेश में अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है।
जिले में भी तेज मूसलाधार बारिश और तेज हवाओं का कहर दिखा। तेज हवाओं से किसानों की फसलों को बर्बाद हो गयीं। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान गन्ने की फसल को हुआ है। तेज हवाओं ने खेतों में खड़ी गन्ने की फसल पूरी तरह से पलट गई। जिले के तहसील पलिया के कई मोहल्लों में जल भराव हो गया, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा ।
लगातार बारिश से जमीन में नमी आ जा गयी है। बारिश और तेज हवाओं के कारण सड़कों पर कई पेड़ जड़ से उखड़ कर गिर गए। इससे सड़कों पर आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया। वन विभाग के द्वारा पेड़ों को काटकर सड़क से हटाया गया। जिले के ग्राम बिजवा के मालपुर के पास सड़क से गुजर रहे एक प्राइवेट बस पर एक विशालकाय पेड़ गिर गया। गनीमत यह रही कि बस में मौजूद यात्रियों को कोई नुकसा नही हुआ। वे सभी बाल-बाल बच गए ।
तहसील पलिया के ग्राम बसंतापुर में एक विद्यालय परिसर में लगा विशालकाय पेड़ पड़ोस के घर पर गिर गया। जिससे घर पूरी तरह से टूट गया। घर में मौजूद लोग बमुश्किल घरों से बाहर निकल पाए। उधर घर मालिक के द्वारा आरोप लगाया गया है कि विद्यालय परिसर में लगा हुआ पेड़ काफी जर्जर अवस्था में था।
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कई बार इस पेड़ के गिरने की आशंकाएं जतायी जा चुकी थी। वह हर समय पेड़ के गिरने का डर बना रहता था। इस कारण इस पेड़ को कटवाने के लिए उसने कई बार संबंधित अधिकारियों को सूचना दी थी। इसके बावजूद भी किसी ने भी इस पेड़ को नहीं कटवाने की पहल नहीं की। पीड़ित ने अपने घर के टूटने से हुए नुकसान को लेकर जिला प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है ।