UP Rains News: बेमौसम मूसलाधार बारिश से जहां निकाय चुनाव(nikay chunav) के सभी दलों के प्रत्याशियों के आखिरी चुनाव प्रचार पर उनके मंसूबों पर बारिश ने पानी फेर दिया है तो वहीं लहलहाती गेहुँ की खड़ी कटी फसल पर बारिश ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी। किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें साफ तौर से नजर आ रही हैं।
कहते हैं कि कुदरत के कहर के आगे कोई भी कुछ नहीं कर सकता बिजनौर में पिछले 2 दिन से बेतहाशा बेमौसम बारिश ने निकाय चुनाव के आखिरी चुनाव प्रचार में सभी दलों के उम्मीदवारों को कहीं ना कहीं बारिश से परेशानी झेलनी पड़ रही है तो वही सड़कों पर बारिश में प्रत्याशी व समर्थक आखिरी चुनाव प्रचार में छाता लगाकर धुआंधार चुनावी रैली करने में मशगूल दिख रहे है ।इधर किसानों (kisano)की गेहूं की लह लहाती खड़ी व कटी फसल बारिश के पानी के आगे खराब होने की कगार पर है किसानों की सैकड़ों बीघा गेहूं की फसल में बारिश के पानी आने से किसानों की कमर तोड़ कर रख दी है खेत खलियान से लेकर सड़क तक बारिश के पानी के आगे तालाब बन चुके हैं किसानों की 2 दिन की बारिश ने किसानों को तोड़ कर रख दिया है किसानों की लाखों बीघा जमीन में खड़े गेहूं बारिश के पानी के आगे खराब होने की कगार पर जा पहुँचे है।
मूसलाधार बारिश (rain)के कारण दर्जनों एकड़ में पकी धान की फसल खेत में गिर गई है। इससे किसानों की मेहनत पर पानी फिरता दिख रहा है। किसानों ने बताया कि 2 एकड़ से अधिक धान काटकर खेत में छोड़ा हुआ था लेकिन बरसात में पूरा धान पानी में डूब गया है। धान फूलकर अंकुरित होने लगा है।
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रविवार(sunday) रात से रूक रूक कर हो रही बारिश से तापमान में गिरावट आने से लोगो को सर्दी का एहसास हो रहा है. मई के गर्म मौसम में कूलर पंखे चलाने के बचाए लोग कम्बल आढे नजर आ रहे है.बेमौसम बारिश से गेहूं की फसल बर्बाद होने की कगार पर है. उधर बिगडे मौसम से कोल्हुओ में काम बंद है. जिसके चलते कुछ किसानो का गन्ना बुआई भी प्रभावित हो रही है.