बरेली। यहं जाट रेजिमेंट सेंटर में चल रही अग्निवीर रिलेशन कोटा भर्ती में फर्जी दस्तावेज लगाकर सेना में दो युवकों को गिरफ्तार कर लिया गया है। सेना के अधिकारियों ने आगरा से आये इन युवकों का फर्जीवाडा बायोमैट्रिक फिंगर प्रिंट से पकड़ा। सेना ने फर्जी दस्तावेजों से सेना में भर्ती होने वालो दोनो आरोपियों को थाना कैंट पुलिस को सौंप दिया गया है।
फर्जी दस्तावेज बनवाने की बात स्वीकारी
सेना अधिकारियों को दोनों से पूछताछ में पाया चला कि दोनों पूर्व नियोजित षड़यंत्र करके अपने नाम पता व धर्म बदलकर फर्जी दस्तावेज तैयार किये थे। उन्होने सेना में भर्ती होने के लिए एक बार पहले भी प्रयास कर चुके थे। आरोपियों ने फर्जी दस्तावेज बनवाने की बात कैमरे के सामने स्वीकार कर ली है।
आर्मी इंटेलीजेंस भी मामले की जांच में जुटी
सेना अधिकारियों, कैंट पुलिस के साथ-साथ आर्मी इंटेलीजेंस भी मामले की जांच में जुटी है। पकड़े गए युवकों में एक का असली नाम अरुन खान है। उसने अपना असली नाम छिपा कर धर्मराज नाम से आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज प्रस्तुत किये थे। दूसरे युवक ने अपना नाम रंजीत सिंह बताया है। रंजीत सिंह वर्ष 2021 में मोनू चौधरी नाम से सेना में भर्ती के लिए आ चुका है
युवकों के हाव भाव देखकर कुछ शक हुआ
एसपी सिटी राहुल भाटी ने बताया कि सेना की भर्ती मामले में फर्जी दस्तावेजों के साथ पकड़े गए दोनों युवक आगरा के रहने वाले हैं। वे फर्जी दस्तावेज बनवाकर यहां सेना में होने वाली की भर्ती देखने आए थे। लेकिन अभ्यर्थियों के दस्तावेज की चेकिंग के दौरान सेना के अधिकारियों को उन के हाव भाव देखकर कुछ शक हुआ। इस पर दोनों से कड़ी पूछताछ की गयी।
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पकड़े गए आरोपी रंजीत ने बताया कि वह बेरोजगार है। नौकरी की तलाश में वह मोनू के नाम से 2021 में भी इसी तरह सेना की भर्ती होने की कोशिश कर चुका है। हालांकि पहले इस मामले में उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
सेना के अधिकारियों का मानना है कि ये इन युवकों का उद्देश्य सेना में भर्ती होना नहीं कुछ और ही लगता है। इसका पता लगाया जा रहा है कि दोनों युवक की वास्तिवक मंशा क्या थी। उन्होने सेना में भर्ती होने के लिए फर्जी दस्तावेज कहां से और क्यों बनवाये। सेना की इंटेलिजेंस और स्थानीय इंटेलिजेंस यूनिट के अधिकारी दोनों से गहनता से पूछताछ कर रही है ।