पूर्व मुख्यमंत्री सोरेन न्यायिक हिरासत में रहेंगे, ED की रिमांड पर फैसला कल
Hemant Soren Arrest: मुख्यमंत्री से हेमंत सोरेन (Hemant Soren) पूर्व मुख्यमंत्री बन चुके हैं। हेमंत सोरेन की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। तो वहीं दूसरी ओर सियासी पारा भी हाई होने लगा है, विपक्ष के नेता मोदी सरकार को घेरने का काम कर रहे हैं, लेकिन वहीं दूसरी ओर अब हेमंत सोरेन को एक और बड़ा झटका लगा है, जी हां आपको बता दें कि हेमंत सोरेन फिलहाल न्यायिक हिरासत में ही रहेंगे, रिमांड पर कल फैसला आ पाएगा। दरअसल आपको बता दें कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार किया है, उनसे ED की टीम लगातार पूछताछ भी कर रही है।
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दरअसल आपको बता दें कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन(Hemant Soren) 31 जनवरी को ED के सामने पेश हुए, तभी से उनसे पूछताछ की गई, पूछताछ में वो सवालों के जवाब नहीं दे पाए तो ED की टीम ने उनको गिरफ्तार कर लिया। बता दें कि इससे पहले सोमवार को दिल्ली में ED की टीम हेमंत सोरेन की तलाश करती रही थी, लेकिन वो कहीं भी नजर नहीं आए थे। हालांकि अगले दिन ही वो प्रकट हो गए थे और पार्टी की बैठक बुलाई थी, जिसमें नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान कर दिया गया।
क्या बोले हेमंत सोरेन?
हेमंत सोरेन को भले ही गिरफ्तार कर लिया हो, लेकिन उन्होंने गिरफ्तारी से पहले एक वीडियो साझा किया।जिसमें हेमंत सोरेन ने कुछ बातों को सामने रखा है। हेमंत सोरेन वीडियो में कहते हैं कि ईडी मुझे आज गिरफ्तार करेगी, लेकिन मुझे चिंता नहीं है क्योंकि मैं शिबू सोरेन का बेटा हूं। संघर्ष हमारे खून में है। हम संघर्ष करेंगे और जीतेंगे। पूरे दिन की पूछताछ के बाद उन्होंने मुझे मामलों में गिरफ्तार करने का फैसला किया, जिनका मुझसे कोई संबंध नहीं है। अभी तक उनके पास कोई सबूत नहीं मिला है। उन्होंने मेरे दिल्ली आवास पर छापेमारी कर मेरी छवि खराब करने की भी कोशिश की। गरीबों, आदिवासियों पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ अब हमें नई लड़ाई लड़नी होगी।”
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हेमंत सोरेन के घर से क्या मिला?
हेमंत सोरेन को कई बार ईडी की टीम ने नोटिस दिया था, लेकिन उसके बाद भी सोरेन पेश नहीं हुए थे। ईडी की टीम ने हेमंत सोरेन के दिल्ली वाले आवास पर भी छापेमारी की थी। कहा गया कि यदि को इस छापेमारी में 36 लाख की नकदी और एक बीएमडब्ल्यू गाड़ी मिली थी।
क्या ये कार्रवाई राजनीतिक है ?
क्या ये कार्रवाई राजनीतिक है…ये सवाल आज हर किसी के मन में है, विपक्ष के नेता इस सवाल को जोरों-शोरों से उठा रहे हैं, हर कोई यही कह रहा है कि राजनीति के लिए ये कार्रवाई हो रही है, क्योंकि 2024 में लोकसभा चुनाव हैं और बीजेपी चुनावों को देखते हुए डरी हुई, और ये कार्रवाई भी इसलिए हो रही है।