मणिपुरा हिंसा पर केंद्र सरकार ने बुलाई सर्वदलीय बैठक, कांग्रेस ने साधा निशाना
Ethnic Violence In Manipur: मणिपुर में करीब ढेड़ महीने से हिंसा शांत होने का नाम नही ले रही है। पूरे ढेड़ महीने से मणिपुर हिंसा में धंधक रहा है। लेकिन मणिपुर की चीख कोई भी सुनने को तैयार ही नही है। मणिपुर की आग की लपटों के साथ ही वहा विपक्ष के सवाल भी उठते हुए दिखें। विपक्ष के सवालों के बीच अब सरकार की प्रतिक्रिया सामने निकलकर आई है। दरअसल सरकार ने मणिपुर हिंसा मामलें में कुकी और मैतई समुदाय के बीच जातीय संघर्ष के बारें में अधिकारिक जानकारी देने के लिए कहा है। जिसके लिए सरकार की तरफ से सर्वदलीय बैठक भी बुली गई है। तो वही विपक्ष के लगातार साध रहे सवालों के बीच आज फिर ऐसे ही निशाना साधा है।
बता दें कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर के हालातों पर चर्चा करने के लिए 24 जून को करीब 3 बजे नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक बुलाई है। हिंमता बिस्वा की खास मुलाकात के बाद इस बैठक को बुलाया गया है।
तो वही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने मणिपुर हिंसा को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए है। सरकार अब नींद से जागी है। मणिपुर को लेकर बुलाई गई सर्वदलीय बैठक पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा, सोनिया गांधी के संदेश के बाद सरकार की नींद खुली, राज्य में अब राष्ट्रपति शासन नहीं लगाना वहां के लोगों के साथ मजाक है.
बाता दें कि इससे पहले काग्रेंस नेता वेणुगोपाल ने कहा था कि पीएम मोदी लगातार अलग अलग देशों में जा रहा हैं। 49 दिन मणिपुर सुलग रहा है उनकी लपटो न जाने कितना कुछ बरबाद कर दिया है। उनके विदेशी दौरो पर सवाल उठाए हैं भाषण दे रहे हैं लेकिन मणिपुर हिंसा पर उनकी जुबान से एक भी शब्द नही निकला है। ऐसे लगता है कि मौनधारण किए हुए है।
कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल ने कहा मणिपुर में सैकड़ों लोग मारे गए, हजारों लोग बेघर हो गए, अनगिनत चर्च और पूजा स्थलों को नष्ट कर दिया गया है. अब हिंसा मिजोरम में भी फैल रही है. पिछले कई दिनों से मणिपुर के नेता पीएम से मामले में हस्तक्षेप करने के लिए समय की मांग कर रहे हैं. जो भी दिन बीत रहा है वो ये विश्वास दिला रहा है कि पीएम मोदी और बीजेपी सॉल्यूशन की बजाय संघर्ष को और लंबा करने में लगी हुई है.’
मणिपुर की स्थिति परिस्थितयां किसी से भी छुपी नही हैं। मणिपुर में हालातों से लगता है कि सब कुछ तबाह होने को है। अब तक कि न जाने लोगों ने क्या खुछ नही सहा है, उनसे बहुत कुछ छिन गया है। सैकेड़ो घर तबाह हो गए.तमाम लोगों कि जिंदगिया आग के आगोश में समा गई।