Government Hospital: मंत्री के निर्देश पर भी नहीं हुई एसआरएन अस्पताल के डॉक्टर्स के खिलाफ कारवाई
पिछले साल भर के अंदर दर्जनभर से अधिक चिकित्सकों द्वारा मारपीट की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ताजा मामला 27 अक्तूबर को मिर्जापुर के मरीज के तीमारदारों के साथ मारपीट सामने आया था। यहां हर बार घटना के बाद जांच कमेटी बनाकर मामले की जांच करायी जाती है। लेकिन जांच कमेटी की रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई का खुलासा नहीं हो पाता।
प्रयागराज। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के लिए अपने विभाग के मंत्री के निर्देशों को कोई महत्व नहीं है। यही वजह है कि संगम नगरी प्रयागराज के सबसे बड़े सरकारी एसआरएन अस्पताल में डॉक्टर्स के खिलाफ कारवाई नहीं हुई है।
सरकारी अस्पताल में तैनात कई डॉक्टर्स ने कई दिन पूर्व तीमारदारों से मारपीट की थी। इस घटना का वीडियो भी वायरल हुआ था। इसके बाद उप मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक ने मारपीट करने वाले जूनियर डॉक्टर्स के खिलाफ के निर्देश दिये थे। लेकिन अब तक मारपीट करने वाले के खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया गया है।
बता दें कि एक वीडियो वायरल Government Hospital एसआरएन अस्पताल (मेडिकल कॉलेज) का हो रहा है। इसमें मरीजों के तीमारदारों द्वारा शीघ्रता से इलाज का अनुरोध करने पर उनके साथ लात जूतों से पीटा जाता है।
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तीमारदारों का आरोप है कि मामूली सी बात पर भी यहां के जूनियर डॉक्टर्स मरीज और उनके परिवार वालों के साथ मारपीट करने को उतारु हो जाते हैं। मेडिकल कॉलेज (Government Hospital) के प्रिंसिपल डॉ एसपी सिंह भी इन जूनियर डॉक्टर्स की करतूत के सामने लाचार दिखाई देते हैं।
पिछले साल भर के अंदर दर्जनभर से अधिक चिकित्सकों द्वारा मारपीट की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। ताजा मामला 27 अक्तूबर को मिर्जापुर के मरीज के तीमारदारों के साथ मारपीट सामने आया था। यहां हर बार घटना के बाद जांच कमेटी बनाकर मामले की जांच करायी जाती है। लेकिन जांच कमेटी की रिपोर्ट पर कोई कार्रवाई का खुलासा नहीं हो पाता।
इस घटना का स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक के संज्ञान लिया था। उन्होने संबंधित अधिकारियों को दोषी जूनियर चिकित्सकों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया। लेकिन अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो सकी है।