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Great Powers List 2025 : ब्रिटेन और फ्रांस को पछाड़ भारत दुनिया की 8 महान शक्तियों की लिस्‍ट शामिल,जानें पूरी लिस्‍ट

दुनिया में तेजी से अपनी धाक बना रहे भारत ने विश्‍व की 8 महान शक्तियों की लिस्‍ट में अपना डंका बजाया है। साल 2024 के खत्‍म होते-होते जारी इस ताजा लिस्‍ट में भारत ने ब्रिटेन, फ्रांस और दक्षिण कोरिया जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया है।

Great Powers List 2025 : दुनिया की 8 महान शक्तियों की सूची में भारत ने महत्वपूर्ण बढ़त हासिल कर ली है। भारत ने दक्षिण कोरिया, फ्रांस और ब्रिटेन को पीछे छोड़ दिया है। इस लिस्‍ट में अमेरिका को शीर्ष स्‍थान दिया गया है। अमेरिका के बारे में कहा गया है कि उसे अब हिंद प्रशांत क्षेत्र में फोकस करना होगा।

दुनिया में तेजी से अपनी धाक बना रहे भारत ने विश्‍व की 8 महान शक्तियों की लिस्‍ट में अपना डंका बजाया है। साल 2024 के खत्‍म होते-होते जारी इस ताजा लिस्‍ट में भारत ने ब्रिटेन, फ्रांस और दक्षिण कोरिया जैसे देशों को पीछे छोड़ दिया है। इस लिस्‍ट को आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक प्रभाव, राजनीतिक स्थिरता और सैन्‍य ताकत के आधार पर बनाया गया है। ‘The Eight Great Powers of 2025’ के नाम से जारी इस लिस्‍ट में सुपरपावर अमेरिका को पहला, चीन को दूसरा, रूस को तीसरा, जापान को चौथा, भारत को 5वां, फ्रांस को छठवां, ब्रिटेन को 7वां और दक्षिण कोरिया को 8वां नंबर मिला है।

यूरेशिया टाइम्‍स की रिपोर्ट के मुताबिक कि चीन के उदय के बावजूद अमेरिका अभी भी दुनिया का सबसे शक्तिशाली राष्ट्र है। यूक्रेन में संघर्ष के बाद भी रूस तीसरे स्थान पर है, जबकि चीन दूसरे स्थान पर है। भारत को भी इस लिस्‍ट में एक बड़े ग्‍लोबल पावर के रूप में पेश किया गया है। इस पूरी लिस्‍ट में खास बात यह है कि एश‍िया के दबदबा है और 4 देशों को इसमें जगह मिली है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया का दबदबा यह दर्शाता है कि वैश्विक ताकत अब Euro Atlantic Area से हटकर हिंद प्रशांत क्षेत्र (Pacific Region) की तरह बढ़ रही है।

superpower अमेरिका और चीन के बारे में क्‍या कहा ?

पश्चिमी देशों ने पिछले 500 सालों से विश्व शक्ति पर अपना दबदबा बनाए रखा है। अटलांटिक महासागर का एक विशालकाय देश होने के बावजूद, अमेरिका ने पिछली सदी में एक महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। वहीं अगर इस सदी में भी अमेरिका निर्णायक भूमिका निभाएगा तो यह हिंद प्रशांत क्षेत्र होगा। इस रैंकिंग को अमेरिकी न्‍यूज वेबसाइट 19FortyFive ने कराया है और इसे डॉक्‍टर रॉबर्ट फारले ने किया है। डॉक्‍टर रॉबर्ट अमेरिका के पैटर्सन स्‍कूल में सुरक्षा और कूटनीति पढ़ाते हैं। उन्‍होंने कई चर्चित किताबें भी लिखी हैं।

इस रैंकिंग में कहा गया है कि अमेरिका के पास दुनिया के सबसे घातक और व्‍यापक रक्षा प्रतिष्‍ठान है। अमेरिका एकमात्र ऐसा देश है जो किसी भी समय दुनिया के किसी भी महाद्वीप में सैन्‍य कार्रवाई करने की ताकत रखता है। इसमें चीन को दूसरे नंबर पर जगह दी गई है लेकिन जनसंख्‍या में आ रही गिरावट का उस पर बुरा असर पड़ा है। हालांकि इसमें यह भी कहा गया है कि चीन और अमेरिका के बीच तकनीकी खाई कम हो रही है और ड्रैगन लगातार अपनी अर्थव्‍वस्‍था और रक्षा औद्योगिक आधार को बढ़ा रहा है।

रूस पर नहीं है यूक्रेन युद्ध का असर

डॉक्‍टर रॉबर्ट ने कहा कि मजबूत गठबंधन का अभाव चीन की सबसे बड़ी कमजोरी थी, लेकिन यूक्रेन में संघर्ष के बाद बीजिंग अब उस दिशा में आगे बढ़ रहा है। चीन धीरे-धीरे अफ्रीका और मध्य एशिया में अपने व्‍यवसायिक विस्‍तार को बढ़ाकर अपनी रणनीतिक पहुंच बढ़ा रहा है। इसमें कहा गया है कि पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद, रूस के पास अभी भी कई फायदे हैं। रूस के पास प्राकृतिक संसाधनों का भंडार है। रूस की जनसंख्‍या भले ही बुजुर्ग हो रही है लेकिन यह काफी ज्‍यादा और पढ़ी लिखी है। रूस के पास अभी भी बहुत ज्‍यादा परमाणु बम हैं और इससे वह यूक्रेन में बिना किसी रोकटोक के अपना अभियान चल रहा है।

भारत लिस्‍ट में बना ‘न्‍यूकमर’

भारत को 5वीं रैकिंग मिली है और उसे इसे लिस्‍ट में ‘newcomer’ का दर्जा मिला है। इसमें कहा गया है कि भारत के पास बहुत अच्‍छी जनसंख्‍या है और उसकी आर्थिक प्रगति की दर इस लिस्‍ट में शामिल किसी अन्‍य देश से ज्‍यादा है। भारत का राजनीतिक सिस्‍टम खुला है और इससे तकनीकी कंपनियों को नई खोज करने के लिए प्रेरित करता है। रूस, अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन के साथ भारत के रक्षा संबंध बहुत अच्छे हैं। इससे भारत को सबसे आधुनिक सैन्‍य तकनीक (modern military technology) आसानी से मिल जाती है। हालाँकि, भारत पर पाकिस्तान (pakistan) का प्रभाव जारी है, जिससे नई दिल्ली के व्यापक अंतर्राष्ट्रीय प्रभाव पर असर पड़ रहा

Written By । Prachi Chaudhary । National Desk । Delhi

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