नई दिल्ली: हार्ट अटैक होने सेपहले बॉडी हमें कई तरह से संकेत देने लगता है. पहले के समय में हार्ट अटैक की समस्या लोगों में कम ही देखा जाता था, लेकिन आज तो ये आम बीमारी हो गई है. किसी को भी अचानक हो जाती है.
पहले के समय में हार्ट अटैक को बढ़ती उम्र से जुड़े एक रोग की तरह देखा जाता था. हालांकि आज जरूरत से ज्यादा तनाव और खराब दिनचर्या के चलते यह समस्या कम उम्र के लोगों में भी देखी जा रही है. हार्ट अटैक को लेकर लोग ये सोचते है कि जब किसी व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ता है तो उसे उसी समय दिल के आस-पास दर्द होने लगता है.
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बता दें कि हार्ट अटैक आने से कई महीने पहले या कई सप्ताह पहले ही हमारा शरीर हमें कई तरह के संकेत देने लगता है कि शरीर के अंदर सब कुछ ठीक नहीं है, हमें अपनी सेहत पर ध्यान देने की जरूरत है. लेकिन लोगों के पास जानकारी न होने के कारण वो इस चीज को सीरियस नहीं लेते है. और हम शरीर के इन संकेतों को अनदेखा कर देते हैं. सेहत के साथ बरती गई ये लापरवाही भविष्य में हार्ट अटैक का कारण बन जाती है.
हार्ट अटैक के क्या संकेत देता है बॉडी
थकान महसूस
अगर आप कोई भी काम करते हुए जल्दी-जल्दी थकान महसूस करने लगते हैं तो ये हार्ट की बीमारी का लक्षण भी हो सकता है. ऐसा हार्ट की किसी नली में सूजन या इंफेक्शन की दिक्कत होने पर भी होता है.
सांस फूलना
अगर आपको किसी तरह की परेशानी नहीं है लेकिन रोजाना पैदल चलने या फिर दो मंजिल चढ़ने-उतरने से ही सांस फूलने लगती हैं तो इस समस्या को अनदेखा नहीं करना चाहिए.
तेज पसीना आना
बिना किसी कारण के अगर आपको तेज पसीना आ रहा है, मतलब बिना कोई शारीरिक श्रम या फिर गर्मी के भी आप पसीना-पसीना हो जाते हैं तो यह भी दिल की कमजोरी का एक लक्षण हो सकता है.
हाथ-पैरों में सूजन
अगर किसी व्यक्ति के पैर, पंजे या एड़ी में सूजन की समस्या है तो ये चिंता का विषय हो सकता है. डॉक्टर्स की मानें तो अक्सर जब इंसान का दिल खून को ठीक से पंप नहीं कर पाता है तो हाथ और पैरों में सूजन बढ़ने लगती है.
दर्द
कई बार कुछ लोगों को लेफ्ट हेंड यानी बाएं हाथ में दर्द रहने की समस्या होने लगती है. यह दर्द जॉ लाइन यानी जबड़े तक जाता है. जबकि कुछ लोगों में लेफ्ट और राइट दोनों हाथों में दर्द हो सकता है, साथ ही यह दर्द जॉ लाइन तक जाता है, तो भी ये दिल से जुड़ी बीमारी का संकेत हो सकता है.
मानसिक तनाव
शिफ्ट कार्यरत लोग जो भी तनावपूर्ण कार्य करते हैं, या जो अपने व्यक्तिगत जीवन में लम्बे समय तक तनाव से गुज़रते है वे दिल के दौरे के जोखिम का सामना कर सकते हैं।