Investment in Fisheries and Aquaculture: मुख्य सचिव श्री मनोज कुमार सिंह से एक्वा ब्रिज ग्रुप, अबू धाबी और वर्ल्ड बैंक के उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल ने भेंट की। प्रतिनिधिमंडल के साथ मछली पालन और एक्वाकल्चर में निवेश के संबंध में विस्तृत चर्चा की गई।
अपने संबोधन में मुख्य सचिव ने प्रतिनिधिमण्डल का स्वागत करते हुये कहा कि, प्रदेश में मछली पालन और एक्वाकल्चर के क्षेत्र में निवेश की अपार संभावनायें हैं। मा0 मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में प्रदेश में मत्स्य पालन और एक्वाकल्चर को बढ़ावा देने और मत्स्य पालकों की आय बढ़ाने के लिये प्रतिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में मछली उत्पादन की अपेक्षा खपत अधिक है, इसलिए अन्य प्रदेशों से बड़ी संख्या में मछली का आयात किया जाता है। प्रदेश में तमाम सारे ऐसे जलस्रोत हैं, इसके बावजूद मछली पालन काफी सीमित है। इन जलस्रोतों का उपयोग एक्वाकल्चर के लिये किया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि, सरकार प्रदेश में वर्ल्ड क्लास हैचरी बनाना चाहती है, जिससे मत्स्य पालकों को क्वालिटी सीड मैटेरियल व मछली पालन की सर्वोत्तम प्रथाओं के बारे में जानकारी प्राप्त होगी और इस क्षेत्र में रोजगार के नवीन अवसर सृजित होंगे। इस कार्य में शासन निवेशकों को हर संभव सहायता उपलब्ध करायेगा। उन्होंने वर्ल्ड क्लास हैचरी विकसित करने के लिये भूमि के विकल्प ग्रुप के प्रतिनिधियों को उपलब्ध कराने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दिये।
एक्वा ब्रिज ग्रुप के द्वारा प्रस्तुतिकरण के माध्यम से विभिन्न देशों व प्रदेशों में चल रहे प्रोजेक्ट के बारे में बताया। ग्रुप के द्वारा प्रदेश में पीपीपी मोड पर एक्वाकल्चर प्रोजेक्ट पर कार्य करने की इच्छा व्यक्त की गई और प्रोजेक्ट के लिये प्रारम्भिक आवश्यकताओं के बारे में अवगत कराया गया।
इस एक्वाकल्चर प्रोजेक्ट के द्वारा उत्तर प्रदेश में एक एकीकृत जलीय कृषि पार्क विकसित किया जायेगा, जो सस्टेनबल और इनोवेटिव एक्वाकल्चर प्रैक्टिसेज का समर्थन करेगा। इसमें झींगा आरएएस सुविधा के साथ-साथ हैचरी, ग्रोआउट और प्रसंस्करण केन्द्रों के साथ एक विपणन और वितरण केन्द्र विकसित किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि एक्वा ब्रिज यूएई आधारित कंपनी है, जिसका उद्देश्य फार्म प्रबंधन सेवाओं के साथ अनुकूलीय जलीय कृषि और मत्स्य पालन सेवाओं का उपयोग करते हुए समग्र समाधान प्रदान करना है।
बैठक में प्रमुख सचिव मत्स्य विभाग श्री के0रवीन्द्र नायक सहित सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारीगण आदि उपस्थित थे।