Historic achievement of Tehri Dam: ऊर्जा के क्षेत्र में भारत ने एक नई ऊंचाई हासिल की है। टिहरी हाइड्रो डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (टीएचडीसी) ने देश के पहले वेरिएबल स्पीड पंप स्टोरेज प्लांट (पीएसपी) की पहली यूनिट को राष्ट्रीय ग्रिड से सफलतापूर्वक जोड़कर एक ऐतिहासिक उपलब्धि दर्ज की है। 250 मेगावाट की यह यूनिट 19 नवंबर 2024 को शाम 5:50 बजे ग्रिड के साथ सिंक्रोनाइज हुई। यह कदम भारत के अक्षय ऊर्जा बुनियादी ढांचे को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर है।
ऊर्जा उत्पादन की नई तकनीक
टिहरी पंप स्टोरेज प्लांट अपनी तरह की एक अनूठी परियोजना है। यह भारत का पहला पंप स्टोरेज प्लांट है जो वेरिएबल स्पीड तकनीक का उपयोग करता है। इस तकनीक की मदद से पानी को रिवर्सिबल तरीके से उपयोग करते हुए बिजली उत्पन्न की जा सकती है। यह परियोजना न केवल ऊर्जा उत्पादन में नए आयाम जोड़ती है, बल्कि ग्रिड स्थिरता में भी महत्वपूर्ण योगदान करती है।
टीएचडीसी के सीएमडी आर के विश्नोई ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि पर टीम को बधाई देते हुए कहा, “यह परियोजना देश की ऊर्जा आवश्यकताओं को पूरा करने और ग्रिड स्थिरता को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह टिहरी हाइड्रो पावर कॉम्प्लेक्स को नवीकरणीय ऊर्जा उत्पादन में अग्रणी बनाएगी।”
2400 मेगावाट क्षमता की ओर टिहरी बांध
टिहरी हाइड्रो पावर कॉम्प्लेक्स, जिसमें 1000 मेगावाट टिहरी बांध और 400 मेगावाट कोटेश्वर बांध पहले से ही शामिल हैं, जल्द ही अपनी पूर्ण 2400 मेगावाट की उत्पादन क्षमता पर पहुंचेगा। पंप स्टोरेज प्लांट की चारों यूनिट्स (प्रत्येक 250 मेगावाट) के 2025 के अंत तक चालू होने की योजना है। पहली यूनिट के सफल संचालन के बाद, दूसरी यूनिट जनवरी 2025 तक चालू होने की उम्मीद है।
ऊर्जा क्षेत्र में बड़ा कदम
यह परियोजना न केवल भारत की ऊर्जा उत्पादन क्षमताओं को बढ़ाएगी, बल्कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में देश को आत्मनिर्भर बनाएगी। ऊर्जा मंत्रालय के सचिव पंकज अग्रवाल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इस उपलब्धि के लिए टीएचडीसी टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा, “यह परियोजना भारत के ऊर्जा क्षेत्र को सुदृढ़ बनाने और नवीकरणीय ऊर्जा के एकीकरण की बढ़ती मांग को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।”
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एनटीपीसी के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक गुरदीप सिंह ने भी इस अवसर पर टीएचडीसी की पूरी टीम के समर्पण की सराहना की। उन्होंने कहा कि टिहरी पीएसपी की सफल कमीशनिंग अन्य सार्वजनिक उपक्रमों को पंप स्टोरेज परियोजनाओं में निवेश करने के लिए प्रेरित करेगी।
अंतरराष्ट्रीय पहचान की ओर टिहरी
टिहरी बांध परियोजना की इस बड़ी उपलब्धि पर अधिशासी निदेशक एलपी जोशी ने कहा, “पंप स्टोरेज प्लांट को राष्ट्रीय ग्रिड से जोड़ना न केवल टीएचडीसी के लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व की बात है। इस परियोजना ने टिहरी बांध परियोजना का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध कर दिया है।”
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भविष्य की योजनाएं
टीएचडीसी ने पंप स्टोरेज प्लांट्स के विस्तार के लिए पहले ही कई कदम उठाए हैं। हाल ही में महाराष्ट्र, गुजरात और कर्नाटक में पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट्स के लिए समझौते किए गए हैं। इन परियोजनाओं के माध्यम से देश को अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में अग्रणी बनाने का प्रयास किया जा रहा है।
टिहरी की जनता के लिए गर्व का क्षण
टीएचडीसी की इस उपलब्धि ने टिहरी की जनता और कर्मचारियों में उत्साह का माहौल पैदा किया है। यह परियोजना न केवल क्षेत्र के विकास में मदद करेगी, बल्कि स्थानीय रोजगार के अवसर भी बढ़ाएगी।
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