Houthi Attacks in the Red Sea on commercial ship: हूती ने इजरायल के दोस्त पर किया वार, अब होगा तगड़ा प्रहार!
Andromeda Star oil tanker has been targeted by Houthis with a missile in the Red Sea. This tanker was coming to India
Houthi Attacks in the Red Sea on commercial ship: लाल सागर में यमन समर्थित हूती विद्रोहियों का आतंक खत्म नहीं हो रहा है। हूती विद्रोहियों ने एक बार फिर एक कमर्शियल शिप को अपना निशाना बनाया है। जानकारी के मुताबिक लाल सागर में एंड्रोमेडा स्टार ऑयल टैंकर को हूतियों ने मिसाइल से टारगेट किया है। यह टैंकर भारत आ रहा था…हमले में जहाज क्षतिग्रस्त भी हो गया। बता दें कि ब्रिटिश समुद्री सिक्योरिटी फर्म एंब्रे ने इसकी पुष्टि की है…बता दें कि हूती हमास के समर्थन में है…इसिलए जितने भी देश इजरायल के समर्थक हैं वो उन सभी देशों के नुकसान पहुंचा रहे हैं।
जहाज पर दागी मिसाइल…जंग की आवाज आई!
हूती प्रवक्ता ने कहा कि पनामा झंडा लगा जहाज ब्रिटिश स्वामित्व वाला था, लेकिन एलएसईजी डेटा और एंब्रे के अनुसार शिपिंग डेटा से पता चला है कि इसे हाल ही में बेचा गया था…इसका वर्तमान मालिक सेशेल्स रजिस्टर्ड है… टैंकर रूस से जुड़े व्यापार में लगा हुआ है…एंब्रे ने कहा यह रूस के प्रिमोर्स्क से भारत में गुजरात में स्थित वाडिनार जा रहा था…इससे पहले 26 अप्रैल को हूतियों ने दावा किया था कि उन्होंने यमन के सादा प्रांत के हवाई क्षेत्र में एक अमेरिकी ड्रोन को मार गिराया है…फिलहाल, एंड्रोमेडा स्टार पर हमला हूतियों ने एक संक्षिप्त संघर्ष विराम के बाद हमला किया है… हूती लगातार इजराइल, संयुक्त राज्य अमेरिका और ब्रिटेन से जुड़े जहाजों को अपना निशाना बना रहे हैं।
नवंबर से हूतियों का हमला जारी…क्या जंग की है तैयारी ?
ईरान-गठबंधन हूती उग्रवादियों ने पिछले साल नवंबर के बाद से लाल सागर, बाब अल-मंदाब और अदन की खाड़ी में कई जहाजों को ड्रोन और मिसाइल से टारगेट किया है… इससे जहाजों को लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है… जहाजों को दक्षिणी अफ्रीका से होकर गुजरना पड़ रहा है…यह यात्रा लंबी और अधिक महंगी है। मजबूरन माल भेजने के लिए लंबी और महंगी यात्रा के लिए देशों को मजबूर होना पड़ा है
हूतियों के हमले से भारत को नुकसान…करनी होगी भरपाई !
ग्लोबल ट्रेड का करीब 12% और 30% कंटेनर ट्रैफिक हर साल लाल सागर के स्वेज कैनाल से होकर गुजरता है… हूती विद्रोहियों के हमलों से यूरोप और एशिया के बीच मुख्य मार्ग पर अंतरराष्ट्रीय व्यापार को समस्यारओं का सामना करना पड़ रहा है…भारत का 80% व्यापार समुद्री रास्ते से होता है। वहीं 90% ईंधन भी समुद्री मार्ग से ही आता है। समुद्री रास्ते में हमले से भारत के कारोबार पर सीधा असर पड़ता है। इससे सप्लाई चेन बिगड़ने का खतरा है। हूतियों से निपटने के लिए अमेरिका ने करीब 10 देशों के साथ मिलकर एक गठबंधन भी बनाया है, जो लाल सागर में हूतियों को रोकने और कार्गो शिप्स को हमले से बचाने का काम कर रहा है।