Jammu and Kashmir News Highlight’s: 4 साल में कितना बदला कश्मीर, जानिए सबकुछ?
It has been 10 years since the Modi government came into power and it has been 4 years since the abrogation of 370. Came to the valley after 370
Jammu and Kashmir News Highlight’s: मोदी सरकार को 10 साल हो गए हैं तो 370 के हटे 4 साल हो रहे हैं। घाटी में 370 के बाद आए बदलाव और भारत की विकास यात्रा अब कश्मीर के उन नेताओं के बच्चों को भी दिखने लगी है जो कभी अलगावाद के नाम पर घाटी में जहर घोलते आए हैं। लेकिन अब कश्मीर की फिज़ा बदलती जा रही है… अलगावादी नेताओं को यहां कोई पूछने वाला नहीं है। नतीजा ये है कि कश्मीरी अलगाववादी नेताओं के के बच्चे अब खुद को इस परिवर्तन के तहत देशभक्त घोषित कर रहे हैं। लगाववादी शब्बीर अहमद शाह की बेटी समा शब्बीर और पाकिस्तान के कट्टर समर्थक सैयद अली शाह गिलानी की नातिन रुवा शाह ने पब्लिक नोटिस जारी कर साफ कर दिया है कि वो भारतीय हैं। वो भारतीय हैं। रुवा शाह ने सार्वजिनक नोटिस में कहा है के ‘मैं भारत की एक वफादार नागरिक हूं और ऐसे किसी संगठन या संघ से संबद्ध नहीं हूं जिसका भारत संघ के खिलाफ एजेंडा है और मैं अपने देश (भारत) के संविधान के प्रति निष्ठा रखती हूं’ । इसी तरह, कश्मीर में सीबीएसई की पूर्व टॉपर 23 वर्षीय समा शब्बीर ने गुरुवार को एक स्थानीय समाचार पत्र में सार्वजनिक नोटिस में प्रकाशित करवाया है कि वो भी भारतीय हैं। समा शब्बीर के पिता शब्बीर शाह फिलहाल मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फंडिंग के आरोप में तिहाड़ जेल में बंद हैं। लेकिन समा शब्बीर ने साफ कहा है कि ‘मैं भारत की एक वफादार नागरिक हूं और मैं ऐसे किसी व्यक्ति या संगठन से संबद्ध नहीं हूं जो भारत संघ की संप्रभुता के खिलाफ है. समा शब्बीर ने कहा, मैं किसी भी तरह से डीएफपी या इसकी विचारधारा से नहीं जुड़ी हूं’
आपको बता दें कि शब्बीर शाह ने मई 1998 में जम्मू और कश्मीर डेमोक्रेटिक फ्रीडम पार्टी (JKDFP) की स्थापना की थी। ये एक अलगाववादी राजनीतिक पार्टी है। हालांकि, पिछले साल अक्टूबर में केंद्र सरकार ने यूएपीए के तहत उनके संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया था। टेरर फंडिंग के आरोप में यासिन मलिक जैसे कई अलगाववादी नेता सलाखों के पीछे है।
जाहिर है 370 हटने के बाद ये बड़े बदलाव का असर है। रुवा शाह और समा शब्बीर भी अब कश्मीर में विकास की यात्रा सही दिशा में जाती देख रही हैं। जबकि बीजेपी … पीडीपी और नेशनल कॉन्फ्रेंस जैसी पार्टी को अलगाववादियों के बच्चों में आए परिर्तन से सीख लेने की नसीहत दे डाली है। बीजेपी ने कहा कि सैयद अली गिलानी की पोती और शब्बीर अहमद शाह की बेटी दोनों ने अलगाववादी और पाकिस्तानी विचारधारा से खुद को अलग कर लिया है। उन्होंने कहा है कि उनके माता-पिता और दादा-दादी की विचारधारा गलत थी और उन्हें भारत का नागरिक होने पर गर्व है। यह अलगाववादी दलों के मुंह पर एक बड़ा तमाचा है और साथ ही नेशनल कॉन्फ्रेंस और पीडीपी जैसी क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियों के मुंह पर भी तमाचा है, जो पाकिस्तान से बातचीत की बात करती रहती हैं।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक लोकसभा चुनाव की तैयारी और घाटी में शांतिपूर्ण माहौल सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय एजेंसियां और गृह मंत्रालय जम्मू-कश्मीर पर कड़ी नजर रख रहे हैं ताकि आम जनता लोकतांत्रिक प्रक्रिया में स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप से भाग ले सके। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में 19 अप्रैल से मतदान होंगे। ये चुनाव पांच चरणों में आयोजित होंगे। बता दें कि जम्मू-कश्मीरकी पांच सीटों के लिए पांच चरणों में ही चुनाव करवाया जाएगा।