मुंबई: महाराष्ट्र की राजनीति में मंगलवार को अचानक सामने आयी भारी उथल पुथल से उद्धव सरकार के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराते नजर आ रहे हैं। शिवसेना के विधायकों में हुई कथित दो फाड़ होने से मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ही नहीं, सरकार में शामिल राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस नेता भारी तनाव में आ गये हैं।
उद्धव सरकार से विद्रोह के चलते शिवसेना विधायक व उद्धव सरकार में कैबिनेटमंत्री एकनाथ शिंद्रे के साथ 20 से अधिक विधायक गुजरात के सूरत स्थित एक होटल में ठहरे हुए हैं और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे तमाम कोशिशों के बावजूद इन नाराज शिवसेना विधायकों से कोई संपर्क नहीं कर पा रहे हैं। दावा किया जा रहा है कि भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेन्द्र फर्नाडीस और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष चंद्रकांत पाटिल के नाराज शिवसेना विधायकों से संपर्क साधने से एक-दो दिन में ही महाराष्ट्र की राजनीति में नई अप्रत्याशित तस्वीर सामने आ सकती है।
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इस राजनीतिक के बीच जहां एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी-अपनी पार्टियों के विधायकों और वरिष्ठ नेताओं की आपात बैठक बुलाई है। इसी कारण शिवसेना सांसद संजय राउत को दिल्ली का अपना दौरा रद्द करके मुंबई लौटना पड़ा है। राज्य की राजनीति में कथित विद्रोह की स्थिति को लेकर राजनीतिक सूत्रों का दावा है कि राज्य में शिवसेना के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को जल्द ही अपनी कुर्सी गंवानी पड़ जाए, तो इसमे आश्चर्य नहीं होना चाहिए।