आज देश को मिले 331 जांबाज सेना अधिकारी ,यूपी से मिले 63 अफसर!
IMA POP 2023 Dehradun: देश में सत्ता पक्ष और विपक्ष की राजनीति की भले से आप भले ही सहमत नहीं हों लेकिन देश के जांबाज जवानों पर हमें गर्व जरूर होता है। ये सेना के जांबाज जवान ही है जिनके भरोसे हम चैन की सांस लेते हैं और हमारी सेना सीमाओं पर पहरेदारी करती है। देश की आन ,बान और शान के प्रतीक हैं हमारी सेना।
खबर ये है कि आज भारतीय सैन्य अकादमी यानी आईएमए से पास होकर 331 सैन्य युवा अधिकारी सेना में शामिल हो गए हैं। इसके साथ ही मित्र देशों के भी 42 कैडेट पास आउट हुए हैं। उत्तरप्रदेश से इस बार भी सबसे ज्यादा सैन्य अधिकारी देश को मिले हैं। कुल 331 सैन्य अधिकारियों में यूपी से 63 जांबाज पास आउट हुए हैं। वैसे यूपी हर साल सबसे ज्यादा सैन्य अधिकारी देता रहा है। इस बार भी यूपी सेना अधिकारी देने में टॉप हुआ है। यूपी के बाद सबसे ज्यादा अधिकारी बिहार से बने हैं। बिहार से इस बार 33 सैन्य जांबाज अधिकारी पास आउट हुए हैं जबकि हरियाणा से 32 चुने गए हैं। चौथे नंबर पर महाराष्ट्र है। यहाँ से 26 अधिकारी सेना को मिले हैं जबकि पंचे स्थान पर उत्तराखंड राज्य रहा जहाँ से इस बार 25 सैन्य अधिकारियों ने पास आउट किया है। हालांकि उत्तराखंड से पिछले साल 33 अधिकारी देश को मिले थे लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका। लेकिन जितनी आबादी इस प्रदेश की है उसके मुताबिक जितने अधिकारी यहाँ से मिले है वह कम नहीं है।
आज सुबह आईएमए में पासिंग आउट परेड का शुभारं किया गया। परेड की सलामी इस बार सेनाध्यक्ष मनोज पांडेय ने ली है। परेड से पहले परिसर में सुरक्षा की कड़ी व्यवस्था की गई थी। अकादमी ले ऐतहासिक चेटवुड भवन के सामने ड्रिल स्क्वायर पर सुबह 6 बजे परेड की शुरुआत की गई। परेड के बाद पासिंग सेरेमनी आयोजित की गई। इसके बाद देश और विदेश के 373 कैडेट्स अफसर बनकर अपनी सेनाओं की मुख्यधारा में जुड़ गए। इनमे से 331 अफसर भारतीय सेना को मिले।
जानकारी के मुताबिक इन अधिकारियों में डायरेक्ट इंट्री वाले 55 कैडेट्स शामिल हैं जबकि एक्स एनडीए से 204 और एक्स एमसी से 40 कैडेट्स पास आउट हुए हैं। इनमे 32 कैडेट्स टीजीसी कोर्स के हैं। खबर के मुताबिक आईएमए की स्थापना के बाद अब तक यहाँ से 64862 देशी और विदेशी कैडेट्स पास आउट हो चुके हैं। आईएमए ने अभी तक 2885 विदेशी कैडेट्स को ट्रेनिंग देने का काम कर के गौरव प्राप्त किया है।
जहां तक उत्तराखंड की बात है हर साल इस राज्य से सेना को काफी कैडेट्स मिलते रहे हैं। पिछली बार भी 33 कैडेट्स यहाँ से मिले थे। लेकिन इस बार 25 कैडेट्स ही यहाँ से मिले। लेकिन कहा जा रहा है कि इस राज्य की आबादी क होते हुए जितने अधिकारी इस राज्य से निकल रहे हैं वह किसी मिशाल से कम नहीं। आबादी के हिसाब से देखे तो आज भी उत्तराखंड सबसे ज्यादा सेना अधिकारी देने में आगे हैं। इस साल सेना को कई राज्यों से एक भी कैडेट्स नहीं मिले हैं। जिन राज्यों से कोई कैडेट्स नहीं मिले हैं उनमे सिक्किम ,नागालैंड ,मिजोरम ,लद्दाख ,अरुणाचल प्रदेश ,अंडमान निकोबार हैं। इन राज्यों से इस बार सेना को कोई कैडेट्स नहीं मिल सके। जबकि त्रिपुरा ,आँध्रप्रदेश ,चंडीगढ़ ,गोवा ,मणिपुर और ओडिशा के साथ पुडुचेरी से सेना को एक एक कैडेट्स मिले हैं। पंजाब से इस बार 23 कैडेट्स मिले हैं जबकि हिमाचल से 17 ,राजस्थान से 19 ,मध्यप्रदेश से 19 ,दिल्ली से 12 कर्नाटक से 11 और तमिलनाडु और झारखंड से 8 -8 कैडेट सेना को मिले हैं।