कल होगी इंडिया गठबंधन की बैठक ,लालू ने किया बड़ा ऐलान
India Alliance Meeting Delhi: कल मंगलवार 19 तारीख को दिल्ली में इंडिया गठबंधन की बैठक होने जा रही है। जानकारी के मुताबिक यह बैठक दिल्ली के अशोका होटल में होगी। इस बैठक में सभी 28 दलों के नेता शामिल हो रहे हैं। माना जा रहा है कि इस बैठक में कई बातों की चर्चा होगी और कई बातों को भी साफ़ किया जाएगा। सीट शेयरिंग की बात पर ख़ास तरह से चर्च की मांग पहले से ही की जा रही है। गठबंधन से जुड़े कई दल पिछले कुछ महीनो से ही कह रहे हैं कि सबसे पहले सीट शेयरिंग पर बात होनी चाहिए। क्योंकि जब किसी भी पार्टी को यह पता चल जाएगा कि उसे किस राज्य में कितनी सीटें मिल रही है फिर उसी के मुताबिक वह अपनी योजना को आगे बढ़ाएगी।
पांच राज्यों के चुनव में कांग्रेस की बड़ी हार के बात इस बैठक की महत्ता और भी बढ़ गई है। पहले इस बात की संभावना थी कि कांग्रेस कम से कम तीन राज्यों में सरकार बना सकती है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उसके हाथ से मध्यप्रदेश तो चला ही गया इसके साथ ही राजस्थान और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य भी कांग्रेस के हाथ से निकल गए हैं। नए राज्य के रूप में तेलंगाना में कांग्रेस सरकार बनी है लेकिन इन पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस हिंदी पट्टी से लगभग साफ़ हो गई है।
कांग्रेस हिंदी पट्टी में तो ही कमजोर हो चुकी थी। मध्यप्रदेश ,छत्तीसगढ़ और राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही मुकाबला होता आया है। इस बार भी मुकाबला खूब हुआ लेकिन कांग्रेस छत्तीसगढ़ को भी नहीं बचा पाई। वहां उसकी मजबूत सरकार थी और पिछले चुनाव में छत्तीसगढ़ में उसे प्रचंड जीत हासिल हुई थी। लेकिन इस बार सबकुछ उल्टा पलटा हो गया। कांग्रेस की यह हार उसे कमजोर कर सकती है और इंडिया गठबंधन में उसकी ताकत को भी कम कर सकती है।
हलाकि कांग्रेस इधर कई समस्यों से भी गुजर रही है। उसके पास पार्टी चलाने से लेकर चुनाव लड़ने तक के लिए धन की कमी है। अगर उचित चुनाव फंड नहीं मिलते हैं तो आगामी चुनाव में बीजेपी के सामने ठहरना उसके लिए मुश्किल हो सकता है। ऐसे में पार्टी ने जनता के बीच जाकर चुनावी फंड इकठ्ठा करने का अभियान आज से ही शुरू किया है। उम्मीद किया जा रहा है कि कांग्रेस के इस प्रयास से उसे फंड भी मिल सकते हैं और लोगों का जुड़ाव भी उसके साथ हो सकता है।
इधर इंडिया गठबंधन की बैठक में इस पर भी चर्चा हो सकती है। फंड के मामले में देश कई और पार्टियां भी मुश्किलों का सामना कर रही है। लेकिन बड़ी बात तो यही है कि अगर कल की बैठक में सब कुछ ठीक से हो गया और आम सहमति से चुनाव लड़ने पर सब एक हो गए बीजेपी की परेशानी भी बढ़ सकती है। अगर इंडिया गठबंधन से यह तय हो गया कि एक सीट पर एक ही उम्मीदवार उतारा जाएगा तो बीजेपी की परेशानी बढ़ सकती है। अभी तक बीजेपी ज़्यदातर उन सीटों पर ज्याद जीत हासिल करती है जहाँ एक सीट पर कई उम्मीदवार खड़े होते हैं। वोटों की टकराहट से बीजेपी आगे निकल जाती है। लेकिन इस बार इंडिया गठबंधन किसी भी सूरत में वोट का बंटवारा रोकना चाहता है।
उधर आज लालू ुयादव पटना से दिल्ली के लिए चल चुके हैं। उन्होंने पटना में कहा कि वे इंडिया गठबंधन की बैठक में जा रहे हैं। इस बार मोदी को सरकार बंनने नहीं देंगे। लालू के इस ऐलान के कई मायने भी हो सकते हैं। लेकिन बड़ी बात तो यह है कि अगर इंडिया गठबंधन में अगर आपसी तालमेल नहीं हुआ तो खेल ख़राब होगा और बीजेपी की राह आसान हो जाएगी।