भारत के ऐतिहासिक लाल किले की प्राचीर में स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और राष्ट्र को संबोधित किया। यह उनका लगातार 11वां स्वतंत्रता दिवस संबोधन था और तीसरी बार सत्ता में लौटने के बाद उनका पहला भाषण था। प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा की गई, जिसमें यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) से लेकर भारत के भविष्य के लिए उनके विजन पर प्रकाश डाला गया।
असदुद्दीन ओवैसी ने भी किया ध्वजारोहण**
प्रधानमंत्री मोदी के साथ ही, एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया। ओवैसी ने इस मौके पर अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए स्वतंत्रता संग्राम के नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की और देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता दिवस हमें उन कुर्बानियों की याद दिलाता है जो हमारे पूर्वजों ने दी हैं और हमें इस आजादी को बनाए रखने के लिए हमेशा तत्पर रहना चाहिए।
लाल किले से 11वां संबोधन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले से तिरंगा फहराने के बाद अपने 97 मिनट लंबे भाषण में देशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि यह दिन उन सभी वीरों को श्रद्धांजलि देने का दिन है जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। उन्होंने अपने भाषण में कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की, जिसमें यूनिफॉर्म सिविल कोड (यूसीसी) के अलावा भ्रष्टाचार, विकास, और भारतीय अर्थव्यवस्था को और सशक्त बनाने की दिशा में सरकार की योजनाओं का उल्लेख किया।
पेरिस ओलंपिक 2024 के खिलाड़ियों को विशेष आमंत्रण
इस वर्ष के स्वतंत्रता दिवस समारोह में एक खास बात यह रही कि पेरिस ओलंपिक 2024 में हिस्सा लेने वाले भारतीय खिलाड़ियों को भी बतौर अतिथि आमंत्रित किया गया। यह पहली बार है जब ओलंपिक के लिए चयनित भारतीय खिलाड़ियों को स्वतंत्रता दिवस समारोह में विशेष सम्मान दिया गया। इन खिलाड़ियों की उपस्थिति ने समारोह में एक नई ऊर्जा और उत्साह भर दिया।
भविष्य की योजनाओं पर जोर
प्रधानमंत्री मोदी ने देश के विकास के लिए अपनी सरकार की योजनाओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं और आगे भी उठाए जाएंगे। उन्होंने कृषि, उद्योग, शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में सुधार और नवाचार की दिशा में काम करने की प्रतिबद्धता जताई।
स्वतंत्रता दिवस 2024 का यह समारोह देशवासियों के लिए न केवल एक उत्सव का अवसर था, बल्कि एक बार फिर से देश के प्रति अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों को याद करने का दिन भी था। प्रधानमंत्री मोदी और असदुद्दीन ओवैसी दोनों ने इस मौके पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर देश की अखंडता और एकता को बनाए रखने का संकल्प लिया।