पाकिस्तान हमेशा संयुक्त राष्ट्र संघ के अंतरराष्ट्रीय मंच का दुरुपयोग करता रहा है। जब भी वह इस मंच पर आता है। भारत के खिलाफ हो बोलता है। यह उसकी अदालत है और सालों से यह सब करता आ रहा है। 22 सितंबर को फिर से पाकिस्तान ने इस मंच से भारत के खिलाफ आग उगलने का काम किया लेकिन भारत ने ऐसा जवाब दिया है कि पकिस्तान कभी सोंच भी नहीं सकता है।
Read More: Latest Hindi News | Breaking Hindi News
यूएन में भारत की फर्स्ट सचिव पेटल गहलोत ने राइट तो रिप्लाई का उपयोग करते हुए पकिस्तान की धज्जीयां उड़ा दी। पेटल ने कहा कि पकिस्तान दूर के बारे में जो भी बोल रहा है। पहले उसे अपने बारे में सोंचना चाहिए। पाकिस्तान जब दूसरों के आतंरिक मामले में बोल रहा है तो उसे पहले अपने बारे में अपने मानवाधिकार के मामले में और और देश के भीतर लोगों की ,महिलाओं की क्या स्थिति है उसके बारे में बोलना चाहिए। उसे भारत के बारे में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। उसे भारत के खिलाफ बोलना बंद करना चाहिए ,पाकिस्तान हर बार संयुक्त राष्ट्र के मंच के खिलाफ इस्तेमाल करता रहा है लेकिन उसकी सच्चाई पूरी दुनिया को पता है। पेटल में पकिस्तान के प्रधानमंत्री अनवारुल हक़ काकर को कहा कि आपको मुंबई हमले के आतंकियों पार्ट कार्रवाई करनी चाहिए जिसके पीड़ित 15 साल से न्याय की गुहार लगा रहे हैं। सच तो यही है कि पकिस्तान आतँकिवड़ै संगठनों का गढ़ है। पाकिस्तान ने आतंकियों के लिए अपने देश को सेफ हेवन बना दिया है।
Also Read: क्या महिला आरक्षण बिल के खिलाफ उमा भारती पीएम मोदी के खिलाफ खोलेंगी मोर्चा ?
दरअसल 22 तारीख को यूएन की 78 वें सत्र को सम्बोधित करते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री काकर ने कश्मीर का राग अलापना शुरू किया और वहां मिलिट्री अहस्तक्षेप की मांग की। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कश्मीर को लेकर बहुत कुछ कहकर भारत पर कई इल्जाम भी लगाए। इसकी के जवाब में आज भारतीय सचिव ने पाकिस्तान को घेरा है।
पेटल गहलोत ने कहा कि मानवाधिकार के उल्लंघन में पाकिस्तान का रिकॉर्ड दुनिया में सबसे खराब है। सच तो यही है कि दुनिया के किसी भी देश को यह अधिकार नहीं है कि वह भारत के लोकतंत्र पर सवाल करे।पाकिस्तान तो हमेशा इस मंच का इस्तेमाल करता रहा है। वह बार -बार इस मंच का गलत इस्तेमाल करता है। बार -बार भारत के खिलाफ अनर्गल प्रलाप करता है। और यह सब इसलिए पाकिस्तान करता करता है ताकि पाकिस्तान के भीतर जो हो रहा है उससे दुनिया का ध्यान हट जाए। इस मामले में पाकिस्तान का रिकॉर्ड बहुत ही ख़राब है।
Also Read: Latest Political News | Hindi Samachar Today
भारत ने दक्षिण एशिया में शांति के लिए पाकिस्तान को तीन नसीहतें भी दी। पेटल ने कहा कि पाकिस्तान को तुरंत सीमा पार भारत में आतंकी गतिविधियों को रोक लगानी चाहिए। आतंकी ठिकानो को बंद करनी चाहिए और पाकिस्तान के भीतर अल्पसंख्यकों के खिलाफ जो भी हो रहा है उसे बंद करने की जरूरत है। इसके साथ ही कश्मीर के जिन इलाकों में पकिस्तान ने जो अविधा कब्ज़ा कर रख है उसे जल्द खाली कर दे। अब समय आ गया है कि भारत भी इस बारे में निर्णय लेगा। पाकिस्तान को अपने अब्रे में सोंचने समझने की जरूरत है। शान्ति तभी आएगी जब जब पीओके को पाकिस्तान जल्द खाली करेगा।
पाकिस्तान अपने देश के भीतर ही अपने ही लोगों को सत्ता रहा है। अल्पसंख्यकों पर हमले कर रहा है। अभी तक हमले में 19 से ज्यादा चर्च तबाह हो चुके हैं। 89 ईसाईयों के घर जला दिए गए हैं। इसके साथ ही अहमदिया समुदाय पर भी पकिस्तान बार -बार हमला कर रहा है। इनके ईदगाह को भी पाकिस्तान में गिरा दिए जा रहे हैं। सच तो यही है कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यक हिन्दू ,ईसाई सिख महिलाओं की हालत काफी दयनीय हो गई है। इन सभी बातो का जिक्र खुद पाकिस्तान के मानवाधिकार रिपोर्ट में दर्ज है। पाकिस्तान को उस पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। भारत पर बोलने से पाकिस्तान को कुछ नहीं मिलेगा और सबसे बड़ा सच यही है कि उसे जल्द पीओके को खाली कर देना चाहिए।