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Indian Army promotion policy: भारतीय सेना ने बदली प्रमोशन नीति: अब मेरिट के आधार पर होगी पदोन्नति, जानिए कब और किन पदों पर होगी लागू

Indian Army promotion policy: भारतीय सेना ने प्रमोशन प्रणाली में बड़ा बदलाव करते हुए नई पॉलिसी लागू की है, जिसमें मेरिट के आधार पर पदोन्नति को प्राथमिकता दी जाएगी। इस नई पॉलिसी के तहत लेफ्टिनेंट जनरल स्तर के अधिकारियों के लिए वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट (Annual Confidential Report) को अद्यतन किया गया है। इसे प्रमोशन मूल्यांकन प्रक्रिया का हिस्सा बनाया गया है। हालांकि, यह पॉलिसी सेना के उप-प्रमुख, छह ऑपरेशनल कमांड के कमांडर-इन-चीफ और एक प्रशिक्षण कमांड के प्रमुखों पर लागू नहीं होगी।

Indian Army promotion policy: भारतीय सेना ने अपनी प्रमोशन नीति में बड़ा बदलाव करते हुए अब मेरिट के आधार पर पदोन्नति देने का निर्णय लिया है। यह नीति पारंपरिक सीनियरिटी आधारित प्रक्रिया की जगह लेगी और इसका उद्देश्य सेना में प्रतिभा, कौशल और प्रदर्शन को प्राथमिकता देना है। नई नीति से न केवल सेना की कार्यक्षमता में सुधार होगा, बल्कि यह अधिकारियों और जवानों को अपनी क्षमताओं को और निखारने के लिए प्रेरित भी करेगी।

क्या है नई नीति?


सेना की नई प्रमोशन नीति में सीनियरिटी के बजाय मेरिट, प्रदर्शन और योग्यता को आधार बनाया गया है। इसका मतलब है कि अब केवल सेवा के वर्षों के आधार पर पदोन्नति नहीं दी जाएगी, बल्कि यह देखा जाएगा कि संबंधित अधिकारी या जवान ने अपने काम में कितनी कुशलता और उत्कृष्टता दिखाई है।

इस बदलाव का उद्देश्य उन अधिकारियों और जवानों को उचित मान्यता देना है, जो अपने काम में असाधारण योगदान देते हैं। इसके साथ ही, यह कदम सेना में प्रतिस्पर्धा और बेहतर प्रदर्शन को प्रोत्साहित करेगा।

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कब से लागू होगी यह नीति?


भारतीय सेना ने घोषणा की है कि यह नई प्रमोशन नीति 2025 से चरणबद्ध तरीके से लागू की जाएगी। शुरुआत में इसे अधिकारियों के कुछ चयनित पदों और विभागों में लागू किया जाएगा। इसके बाद इसके प्रभाव और परिणामों का मूल्यांकन किया जाएगा, और धीरे-धीरे इसे सभी स्तरों पर विस्तारित किया जाएगा।

किन पदों पर लागू होगी यह नीति?


नई नीति सबसे पहले मिड-लेवल और हाई-लेवल अधिकारियों के लिए लागू की जाएगी। इसके अंतर्गत मुख्यतः कैप्टन से कर्नल रैंक तक के अधिकारियों को शामिल किया गया है। इसके बाद इसे अन्य रैंकों पर भी लागू करने की योजना बनाई गई है।

  • कैप्टन से मेजर
  • मेजर से लेफ्टिनेंट कर्नल
  • लेफ्टिनेंट कर्नल से कर्नल

यह नीति भविष्य में जवानों के प्रमोशन प्रक्रिया को भी प्रभावित कर सकती है, हालांकि इस पर अभी विचार-विमर्श जारी है।

Indian Army changed promotion policy: Now promotion will be based on merit, know when and on which posts it will be applicable.

नई प्रणाली में क्या होगा बदलाव?

  1. प्रदर्शन का मूल्यांकन
    अधिकारियों और जवानों के प्रदर्शन का मूल्यांकन अब सर्विस रिकॉर्ड, ट्रेनिंग स्कोर, और विशेष परीक्षाओं के परिणाम के आधार पर किया जाएगा।
  2. विशेषज्ञता का महत्व
    जो अधिकारी या जवान विशेष क्षेत्रों, जैसे रणनीतिक योजना, तकनीकी विशेषज्ञता, या कमांड कौशल में दक्ष होंगे, उन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
  3. सीखने और विकास पर जोर
    सेना की इस नई प्रणाली में कौशल विकास और प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। ऐसे अधिकारी और जवान जो नई तकनीकों और प्रक्रियाओं में कुशलता हासिल करेंगे, उन्हें तेज़ी से प्रमोशन मिलेगा।

बदलाव का उद्देश्य


इस नई नीति का मुख्य उद्देश्य सेना में सक्रियता, दक्षता और प्रतिस्पर्धात्मक भावना को बढ़ावा देना है। सेना के अधिकारियों का कहना है कि यह बदलाव सेना को आधुनिक समय की चुनौतियों के लिए बेहतर तरीके से तैयार करेगा।

  1. प्रेरणा और प्रतिस्पर्धा
    अधिकारियों और जवानों के बीच बेहतर प्रदर्शन की भावना को प्रोत्साहित करना।
  2. कार्यकुशलता में सुधार
    सेना के विभिन्न विभागों में कुशल और योग्य व्यक्तियों को उच्च पदों पर नियुक्त करना।
  3. आधुनिक आवश्यकताओं के अनुसार बदलाव
    सेना की नई नीति सेना को भविष्य की रणनीतिक और तकनीकी जरूरतों के लिए तैयार करेगी।

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चुनौतियां और प्रतिक्रियाएं


इस नई नीति को लेकर सेना के भीतर और बाहर मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। जहां कई अधिकारी और जवान इसे सकारात्मक बदलाव मानते हैं, वहीं कुछ लोगों को लगता है कि यह प्रक्रिया शुरुआती दौर में चुनौतीपूर्ण हो सकती है।

  1. सीनियरिटी आधारित प्रणाली के समर्थकों की चिंता
    सीनियरिटी आधारित प्रणाली के समर्थकों का मानना है कि यह बदलाव पारंपरिक पदोन्नति प्रक्रिया को जटिल बना सकता है।
  2. मेरिट आधारित प्रणाली के फायदे
    हालांकि, अधिकांश विशेषज्ञ और अधिकारियों का मानना है कि यह नीति सेना में निष्पक्षता और दक्षता को बढ़ावा देगी।

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Written By। Mansi Negi । National Desk। Delhi

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