Kolkata Doctor Rape-Murder Case: कोलकाता (Kolkata) के आरजी कर अस्पताल (RG Kar Hospital) में महिला डॉक्टर से बलात्कार (Rape) और हत्या (Murder) के मामले की एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई हुई। अधिवक्ता इंदिरा जयसिंह (Advocate Indira Jaisingh) ने सोमवार को सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ (CJI DY Chandrachud) का ध्यान इस मामले की ओर आकर्षित करते हुए तत्काल सुनवाई (urgent hearing) की मांग की। उन्होंने कहा कि, वहां की स्थिति बहुत ‘गंभीर’ है और इसलिए इस पर तुरंत सुनवाई होनी चाहिए।
इंदिरा जयसिंह की दलील सुनकर सीजेआई चंद्रचूड़ भी नाराज़ हो गए। उन्होंने वरिष्ठ वकील (Senior Advocate) से कहा, ‘आप कल सबके सामने इस मामले का ज़िक्र करें, हम इस पर सुनवाई करेंगे।’
30 अक्टूबर को अपनी पांचवीं और अंतिम सुनवाई (Fifth and final hearing) के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रीय टास्क फोर्स (NTF) को अगली सुनवाई में अपनी अंतरिम रिपोर्ट (interim report) प्रस्तुत करने का निर्देश दिया था, जो सोमवार 14 अक्टूबर को होनी थी।
दरअसल, आरजी कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी डॉक्टर (Postgraduate Trainee Doctor) के साथ दुष्कर्म और हत्या मामले में सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया था। इस हत्या के बाद से ही जूनियर डॉक्टर (Junior Doctor) अपनी सुरक्षा की मांग को लेकर हड़ताल (strike) पर हैं। अपनी मांगों को लेकर पश्चिम बंगाल (West Bengal) के जूनियर डॉक्टरों की भूख हड़ताल (Hunger strike) सोमवार को 10वें दिन भी जारी रही। इस बीच, अधिकारियों ने बताया कि भूख हड़ताल पर बैठे दो और डॉक्टरों की तबीयत बिगड़ गई और उनमें से एक को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
ये जूनियर डॉक्टर आरजी कर अस्पताल में हुए बलात्कार और हत्या मामले में मृतक डॉक्टर (Deceased doctor) के लिए न्याय, स्वास्थ्य सचिव (Justice, Health Secretary ) एनएस निगम (NS Nigam) को तत्काल हटाने, अस्पतालों में सुरक्षा और अन्य उपायों की मांग कर रहे हैं। उनकी अन्य मांगों में राज्य के सभी अस्पतालों और मेडिकल कॉलेजों के लिए एक केंद्रीकृत रेफरल सिस्टम (Centralized referral system) स्थापित करना और अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरे, ऑन-कॉल रूम और शौचालयों के लिए आवश्यक प्रावधान सुनिश्चित करने के लिए एक टास्क फोर्स का गठन करना भी शामिल है।