Isreal vs Iran war News update Today: ईरान (Iran) के हमले ने मिडिल ईस्ट ही नहीं पूरी दुनिया के लिए खतरे की घंटी बजा दी है।ईरानी हमले के बाद अब निगाहें इजरायल (Israel) के अगले कदम पर हैं। इजरायल पहले ही हमास के साथ जंग लड़ रहा है। ऐसे में ईरान के खिलाफ वो क्या एक्शन लेगा इसे लेकर पूरी दुनिया उलझन में है। मौजूदा संकट को लेकर UNSC में भी चर्चा की गई।
मडिलि ईस्ट खतरे के कगार पर है। क्षेत्र के लोग विनाशकारी संघर्ष के वास्तविक खतरे का सामना कर रहे हैं। अब इसे फैलने से रोकने और तनाव कम करने का समय आ गया है। अब ज्यादा से ज्यादा संयम बरतने का वक्त है।इजरायल की सीमा में ईरान ने बारूद बरसाया, जिसके बाद तनाव काफी ज्यादा है। इजरायल की ओर से इस हमले का बदला लेने के संकेत मिल रहे हैँ। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल मजबूत है, IDF मजबूत है, जनता मजबूत है। हम इज़राइल के पक्ष में खड़े अमेरिका के साथ-साथ ब्रिटेन, फ्रांस और कई अन्य देशों के समर्थन की सराहना करते हैं। मैंने साफ कहा है कि जो भी हम पर हमला करेगा, हम उस पर हमला करेंगे। हम हर खतरे से अपना बचाव करेंगे और हम यह काम शांति और दृढ़ संकल्प के साथ करेंगे। इजरायल बदला लेने की तैयारी में है जबकि ईरान ने अपने हमलों को दमिश्क पर हुए अटैक का हिसाब बराबर करने वाला कदम बताया है। साथ ही इजरायल समेत पूरी दुनिया को अंजाम भुगतने की चेतावनी भी दी है।
ईरान के ज्वाइंट चीफ ऑफ स्टाफ मोहम्मद बघेरी ने कहा कि हमारे हिसाब से ये ऑपरेशन खत्म हो चुका है…और अब ऑपरेशन जारी रखने का कोई प्लान नहीं है। लेकिन अगर इजरायल ने इस्लामिक गणराज्य के खिलाफ कोई कार्रवाई की, चाहे हमारी धरती पर या सीरिया या दूसरी जगहों पर हमसे संबंधित ठिकानों पर…तो हमारा अगला ऑपरेशन बहुत बड़ा होगा।
मिडिल ईस्ट के हालात तनावपूर्ण हैं। गाजा पट्टी पहले ही खंडहर हो चुकी है। इन हालात के बीच ईरान और इजरायल का टकराव नई मुसीबत खड़ी कर सकता है। महायुद्ध की आहट के बीच ही अमेरिकी राष्ट्रपति ने अपना रुख साफ कर दिया है। बाइडेन ने कहा है कि अगर इजरायल ईरान के खिलाफ जवाबी कार्रवाई करने का फैसला करता है तो जवाबी हमले में हिस्सा नहीं लेगा।
जॉन किर्बी ने कहा कि अब, इज़रायली क्या करेंगे और कैसे प्रतिक्रिया देंगे, ये उन पर निर्भर करेगा। हम इसे समझते हैं और इसका सम्मान करते हैं। लेकिन राष्ट्रपति (जो बाइडेन) बहुत स्पष्ट रहे हैं। हम ईरान के साथ युद्ध नहीं चाहते। हम यहां तनाव बढ़ाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं। युद्ध अगर आगे बढ़ा तो इसके नतीजे घातक होंगे ये अंदाजा पूरी दुनिया को है। लेकिन अमेरिका, ब्रिटेन, जॉर्डन, जर्मनी, इटली समेत ज्यादातर देश इजरायल का समर्थन कर रहे हैं। हालांकि युद्ध हुआ तो इजरायल की मदद के लिए कोई सेना भेजेगा या नहीं इस पर अभी कुछ नहीं कहा जा सकता मगर इजरायल अपनी पूरी तैयारी कर रहा है।
IDF प्रवक्ता ने कहा कि बीती रात जो हुआ वो इस बात का प्रमाण है कि ईरान तनाव बढ़ाना चाहता है। ईरान ने इज़राइल की ओर 350 से ज्यादा बैलिस्टिक मिसाइलें, क्रूज़ मिसाइलें, रॉकेट और आत्मघाती ड्रोन लॉन्च किए। जिससे क्षेत्र के दूसरे देशों को भी खतरा हो सकता था। ईरान सिर्फ इज़रायल के लिए ही नहीं बल्कि पूरे मध्य पूर्व के लिए ख़तरा है। ईरान के हमले के बाद मिडिल ईस्ट के हालत बिगड़े हैं इससे इनकार नहीं किया जा सकता।