Isreal-Hamas War: लाल सागर में लगातार इंटरनेशनल जहाजों को निशाना बनाया जा रहा है। एक बार फिर हूती विद्रोहियों ने 2जहाजों पर ड्रोन से हमला किया। हालांकि कोई भी क्रू मेंबर हताहत नहीं हुआ है। इसमें एक जहाज भारतीय झंडे वाला MV साई बाबा है। यह जहाज कच्चे तेल का टैंकर है।
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इजरायल और हमास के युद्ध में कूदे हूती विद्रोही इंटरनेशनल जहाजों को टार्गेट करने में लगे हैं। हूती विद्रोहियों की तरफ से फिर एक बार जहाजों को निशाना बनाया गया है। इस बार भारतीय झंडे वाला एक जहाज भी हूतियों के निशाने पर आया है। हूतियों की तरफ से ड्रोन और मिसाइल हमला किया गया। US सेंट्रल कमांड ने इस हमले की जानकारी दी है। इससे पहले शनिवार को गुजरात तट के करीब एक जहाज पर हमला किया गया था। पेंटागन के मुताबिक यह हमला ईरान ने किया था।
लाल सागर में हुए हमले को लेकर US सेंट्रल कमांड ने कहा, ’23 दिसंबर को 2 एंटी शिप बैलिस्टिक मिसाइल को दक्षिणी लाल सागर में दागा गया। यह मिसाइल हूती कंट्रोल वाले यमन से दागा गया था। इस हमले में किसी भी जहाज को नुकसान नहीं हुआ है।’ बयान के मुताबिक यमन के समय के मुताबिक दोपहर 3 से रात 8 बजे के बीच अमेरिकी युद्धपोत यूएसएस लैबून (USS LABOON) ऑपरेशन प्रॉस्पेरिटी गार्डियन के कारण लाल सागर में गश्त कर रहा था। गश्त के दौरान हूती नियंत्रण वाले क्षेत्रों से 4 ड्रोन USS लैबून की तरफ दागे गए जिन्हें मार गिराया गया।
भारत के झंडे वाले जहाज पर हमला
मिली जानकारी के मुताबिक बता दें इस हमले में कोई हताहत नहीं हुआ। रिपोर्ट की मानें तो स्थानीय समय के मुताबिक रात 8 बजे अमेरिकी कमांड को 2 जहाजों पर हमले की सूचना मिली। नॉर्वे के झंडे और स्वामित्व वाले रासायनिक टैंकर एमवी ब्लामेनन पर हूती की तरफ से ड्रोन हमला हुआ था, जिसमें वह बच गया। वहीं दूसरा जहाज एमवी साईबाबा है, जिस पर भारतीय झंडा था, मगर इसका स्वामित्व गैबॉन के पास है। यह कच्चा तेल टैंकर है, जिसपर एकतरफा ड्रोन हमला किया गया। इसमें भी कोई हताहत नहीं हुआ।
मदद को पहुंचे भारत के जहाज
पेंटागन के मुताबिक 2021 से यह वाणिज्यिक जहाज पर ईरान का 7वां हमला है। भारतीय नौसेना और कोस्ट गार्ड हमले के दौरान सहायता के लिए पहुंचे। नौसेना के एक अधिकारी के मुताबिक, ‘एक विमान भेजा गया जिसने जहाज के ऊपर पहुंचकर उसकी और चालक दल की सुरक्षा स्थापित की। भारतीय नौसेना का एक युद्धपोत भी भेजा गया जो जरूरत के हिसाब से सहायता दे सके।’ एक अमेरिकी अधिकारी के मुताबिक पिछले महीने हिंद महासागर में ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने एक कार्गो जहाज पर हमला किया था।
100 से ज्यादा ड्रोन हमला
लाल सागर में लगातार हो रहे हमलों को देखते हुए प्रमुख कंपनियों ने अपना शिपिंग मार्ग बदल दिया है। कंपनियां ज्यादा ईंधन की लागत के बावजूद अफ्रीका के दक्षिणी सिरे के करीब से अपने मालवाहक जहाजों को ले जा रही हैं। पेंटागन के मुताबिक हूती विद्रोहियों ने 100 से ज्यादा ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं, जिनमें 35 से अधिक देशों से जुड़े 10 व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाया गया। ईरान यह वॉर्निंग भी दे चुका है कि यदि इजरायल का हमला नहीं रुकता तो वह शिपिंग मार्गों को बंद कर देंगा।