Japan Financial Crisis: जापान को आर्थिक झटका, मंदी की चपेट मे आकर खो दिया तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था का खिताब
Japan Financial Crisis | Financial updates of Japan's economy
Japan Financial Crisis: यह जापान के लिए बुरी खबर है, जो कभी अमेरिका के लिए खतरा था। अर्थव्यवस्था के मामले में चीन के बाद अब वह जर्मनी से पिछड़ गया है। जापान अब दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं की सूची में तीसरे से चौथे नंबर पर खिसक गया है। भारत जापान और जर्मनी दोनों को पछाड़ने के करीब पहुंच गया है।
जापान को पछाड़कर जर्मनी दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी इकॉनमी बन गया है। गुरुवार यानी आज 15 फरवरी को जारी आंकड़ों में यह बात सामने आई है। पिछले साल जापान की इकॉनमी 1.9 फीसदी की रफ्तार से बढ़ी मगर इसके बावजूद वह जर्मनी से पिछड़ गया। डॉलर टर्म में जापान की इकॉनमी 4.2 ट्रिलियन डॉलर पर है जबकि जर्मनी की इकॉनमी का साइज 4.5 ट्रिलियन डॉलर है। डॉलर के मुकाबले येन की कीमत में गिरावट से जापान की स्थिति कमजोर हुई है। 2022 में जापान की करेंसी में डॉलर के मुकाबले तकरीबन 20 फीसदी गिरावट आई जबकि पिछले वर्ष यह 7 % गिरी। दुनिया के कई केंद्रीय बैंकों ने जहां ब्याज दरों में बढ़ोतरी की वहीं Bank of japan ने निगेटिव इंटरेस्ट रेट्स को बरकरार रखा है।
किसी जमाने में जापान अमेरिका को पछाड़ने के करीब पहुंच गया था लेकिन 1990 के दशक में उसकी इकॉनमी में ठहराव आ गया था। साल 2010 में जापान को पछाड़कर चीन दुनिया की दूसरी इकॉनमी बन गया और आज उसका साइज जापान से करीब चार गुना बड़ा है। दूसरी ओर जर्मनी यूरोप की सबसे बड़ी इकॉनमी है लेकिन उसे भी कई मोर्चों पर संघर्ष करना पड़ रहा है। यहां तक कि उसे यूरोप का बीमार कहा जाने लगा है। जनवरी में देश को फाइनेंस मिनिस्टर क्रिश्चन लिंडनर ने कहा था कि जर्मनी बीमार नहीं है बल्कि थोड़ा थक गया है। उनका कहना था कि देश अभी लो ग्रोथ की स्थिति से गुजर रहा है जो वेक-अप कॉल की तरह है।
भारत की इकॉनमी
जापान और जर्मनी जहां संघर्ष कर रहे हैं, वहीं भारत की इकॉनमी रॉकेट की रफ्तार से आगे बढ़ रही है। पिछले साल भारत की इकॉनमी सबसे तेजी से बढ़ी थी और IMF के मुताबिक अगले 2 साल भी ऐसा ही अनुमान है। भारत अभी अमेरिका, चीन, जर्मनी और जापान के बाद दुनिया की 5वीं बड़ी इकॉनमी है। जर्मनी में महंगाई चरम पर है, एनर्जी की कीमत आसमान छू रही है और ग्रोथ में ठहराव आ गया है। जापान के साथ साथ जर्मनी की भी आबादी में बुजुर्गों की संख्या बढ़ रही है, प्राकृतिक संसोधन कम हो रहे हैं और कारों के निर्यात में उन्हें कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ रहा है।
IMF के आंकड़ों की मानें तो भारत का साल 2026 में जापान और 2027 में जर्मनी से आगे निकलने का अंदाजा लगाया जा रहा है। मगर जापान और जर्मनी में जिस तरह के हालात हैं, उससे भारत के जल्दी ही इन देशों से आगे निकलने का अनुमान है। फोर्ब्स के अनुसार अभी अमेरिका 27.974 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की सबसे बड़ी इकॉनमी है। चीन 18.566 ट्रिलियन डॉलर के साथ दूसरे, जर्मनी 4.730 ट्रिलियन डॉलर के साथ तीसरे और जापान 4.291 ट्रिलियन डॉलर के साथ चौथे नंबर पर है। भारत 4.112 ट्रिलियन डॉलर के साथ दुनिया की 5वीं बड़ी इकोनॉमी है।