Jharkhand News: सोरेन की बढ़ी मुश्किलें, 37 करोड़ के कांड में फंसे आलमगीर ने दिया इस्तीफा
Soren's troubles increased, Alamgir, trapped in Rs 37 crore scandal, resigned
Jharkhand: झारखंड के मंत्री 37 करोड़ के कांड में फंसे हैं जिसके बाद उन्होंने इस्तीफा दे दिया है जिसे लेकर आज यानी मंगलवार को इस संबंध में अधिसूचना जारी हो सकती है। वहीं जेल नियमों की मानें तो उन्होंने इस्तीफा पत्र मुख्यमंत्री को भेजा है इसके साथ ही आलमगीर आलम कांग्रेस विधायक दल के नेता भी हैं, इसलिए उन्होंने अपना इस्तीफा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और इसके साथ ही राहुल गांधी को भी भेज दिया है और इसकी पुष्टि उनके बेटे तनवीर आलम ने किया है।
आलमगीर आलम के सचिव के नौकर के घर से 37 करोड़ रुपए से अधिक रुपये मिले थे जिसके बाद ED ने इसी सिलसिले में उससे पूछताछ की और उसके बाद गिरफ्तार कर लिया। वहीं ED ने मंत्री की रिमांड का अनुरोध करते हुए अदालत में बताया कि उन्हें यह पता लग गया है कि जहांगीर आलम के नाम से पंजीकृत फ्लैट से जो 32.2 करोड़ रुपये की नकदी मिली है वह आलमगीर आलम के संबंधित है और उसने ही यह करने के लिए निर्देश दिया गया था, जो आलमगीर आलम के कहने पर कर रहा था।
15 मई को आलमगीर हुआ था गिरफ्तार:
टेंडर कमीशन घोटाला मामले में आलमगीर को ED ने 15 मई के दिन रांची से गिरफ्तार किया था। आलमगीर पाकुड़ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक थे, और गिरफ्तारी से कुछ दिन पहले ही उनके पीएस संजीव लाल और उनके निजी सहायक जहांगीर आलम के घर पर छापामारी की थी जहां से ED को करोड़ों रुपये मिले थे।
आलमगीर आलम कौन हैं?
आलमगीर आलम पाकुड़ विधानसभा से कांग्रेस के विधायक रहे हैं इसके साथ ही राज्य सरकार में संसदीय कार्य और ग्रामीण विकास मंत्री भी थे इससे पहले आलमगीर आलम 20 अक्टूबर 2006 से 12 दिसंबर 2009 तक झारखंड के विधानसभा अध्यक्ष थे। इन्हें विरासत में राजनीति मिली थी, इसके बाद सबसे पहली बार सरपंच का चुनाव जीतकर राजनीति में कदम रखा था।