karnataka News: कर्नाटक ने पाला बदलने का खेल शुरू हो गया है। शुरुआत पहले कांग्रेस ने ही की है। बीजेपी के वरिष्ठ नेता और चार बार के एमएलसी रहे पुटन्ना अब कांग्रेस में गाजे -बाजे के साथ चले गए हैं। कांग्रेस में जाने से पहले बीजेपी नेता ने पहले अपने पद से इस्तीफा दिया और फिर पार्टी को भी छोड़ दिया। पुटन्ना ने बीजेपी पर कई आरोप भी लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि बीजेपी की सरकार लगातार यहाँ भ्रषचार में लिप्त रही है और सरकार के मुखिया सब देखते रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमने हर बार भ्रष्टाचार का विरोध किया लेकिन सरकार ने कुछ भी नहीं किया। हम विवश होकर पार्टी से बाहर निकले हैं। वहाँ काफी घुटन महसूस हो रही थी। सरकार जनता की खड़ी नहीं उत्तरी है और जनता भ्रषचार से त्रस्त है।
इधर कांग्रेस में खुशियां है। कांग्रेस के लोग काफी मजे ले रहे हैं और बीजेपी पर कई तरह के कमेंट कर रहे हैं। पार्टी के कई नेता यह कहते नजर आ रहे हैं कि कर्नाटक की सरकार शुरू से ही भ्रष्टाचार में लिप्त है और यह सरकार कमीशन वाली सरकार रही है। इसे जाना तय है। कांग्रेस के लोग यह भी कह रहे हैं कि अभी तो एक नेता बीजेपी से निकले हैं ,ऐसे बहुत से नेता है जो निकलने को तैयार हैं। हालांकि हमारी नहीं है लेकिन बीजेपी में जो लोग घुटन महसूस कर रहे हैं वे तो बाहर निकलेंगे ही। पुटन्ना जैसे नेता के बीजेपी से निकलने से बीजेपी को बड़ा झटका लगा है और इस तरह के झटके और भी लग सकते हैं। बता दें कि पुटन्ना का कांग्रेस ने जोड़दार स्वागत किया है और पार्टी के लिए लाभदायक भी बताया है।
पुटन्ना राज्य के कई इलाको पर ख़ास प्रभाव रखते हैं और जातीय समीकरण भी उनके साथ है। उन्हें कांग्रेस महासचिव रणदीप सुरजेवाला ,एलोपी सिद्धरमैया और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डी शिवकुमार ने कांग्रेस की सदस्यता दिलाई है। बता दें कि पुटन्ना कर्नाटक विधान सभा के चार बार सदस्य रह चुके हैं। उन्होंने बंगलुरु शहरी और ग्रामीण इलाकों का प्रतिनिधित्व किया है और यहां इनकी खूब राजनीति चलती रही है। जनता के बीच वे काफी चर्चित भी है और जनता से उनका लगाव भी पाने तरह का है। कहा जा रहा है कि पुटन्ना के कांग्रेस में आने के बाद बंगलुरु की शहरी राजनीति कांग्रेस के पक्ष में जा है सकती है। लेकिन कहानी अब दूसरी भी है।
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उधर बीजेपी भी कई तरह की तैयारी कर रही है। कहा जा रहा है कि बीजेपी भी कांग्रेस के उन नेताओं को तोड़ने के फेर में है जिनका जनाधार काफी है।यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस के अभी तीन विधायक बीजेपी नेताओं के साथ मिल रहे हैं। खबर तो ये भी है कि ये तीनि विधायक सकते हैं। ऐसा हुआ तो कांग्रेस को भी बड़ा झटका बीजेपी दे सकती है। झटके पर कहानी भारतीय राजनीति का एक सच है लेकिन दुसरा सच तो यही है कि इससे जनता को क्या लाभ मिल रहा है ? जनता मूकदर्शक होकर सब देख रही है और इस नर्तन का मजा भी ले रही है।