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Kartik Purnima 2022: देशभर में आज कार्तिक पूर्णिमा धूमधाम से मनाया जा रहा, यूपी, बिहार समेत इन राज्यों में हर हर गंगे की गूंज के साथ लगाई डुबकी

कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2022) के मौके पर मंगलवार को देशभर में करोड़ों लोगों ने आस्‍था की डुबकी लगाई।मान्‍यताओं के अनुसार यह साल का आखिरी पर्व स्नान है। इस मौके पर हरिद्वार, पटना, लखनऊ, कानपुर, कोलकाता से लेकर गुजरात, राजस्‍थान, हरियाणा कई जगहों पर स्थित तीर्थस्‍थलों पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई।हरिद्वार स्थित हर की पैड़ी में गंगा स्नान करने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।

नई दिल्ली: कार्तिक पूर्णिमा (Kartik Purnima 2022) के मौके पर मंगलवार को देशभर में करोड़ों लोगों ने आस्‍था की डुबकी लगाई।मान्‍यताओं के अनुसार यह साल का आखिरी पर्व स्नान है। इस मौके पर हरिद्वार, पटना, लखनऊ, कानपुर, कोलकाता से लेकर गुजरात, राजस्‍थान, हरियाणा कई जगहों पर स्थित तीर्थस्‍थलों पर श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई।हरिद्वार स्थित हर की पैड़ी में गंगा स्नान करने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा।

कार्तिक स्नान पर्व पर गंगा स्नान करने का विशेष महत्व माना जाता है।लाखों की तादाद में श्रद्धालुओं ने गंगा में पावन डुबकी लगाई। हमारी पौराणिक मान्‍यताओं के अनुसार कार्तिक पूर्णिमा का धार्मिक दृष्टि से काफी महत्व है।ऐसी मान्यता है कि कार्तिक मास में पड़ने वाला स्नान पर्व देव दीपावली के रूप में मनाया जाता है, क्योंकि इसी दिन देवता धरती पर स्नान के लिए आते हैं।

हर-हर गंगे नाम का स्‍मरण किया

जानकारी के अनुसार हरिद्वार में आधी रात से ही श्रद्धालु उमड़ना शुरू हो गए थे।ब्रह़मुहुर्त से ही श्रद्धालुओं ने हरकी पैड़ी पहुंचकर स्नान करना शुरू कर दिया। हल्‍की ठंड के बाद भी श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बन रहा है।

ये भी पढ़ें- Chandra Grahan 2022: आज लगेगा साल का आखिरी चन्द्रग्रहण, ये है सूतक और ग्रहण का समय, इन राशि वालों को मिलेगा लाभ

इस दौरान बड़ी संख्‍या में श्रद्धालुओं ने हर-हर गंगे नाम का स्‍मरण किया।ऐसी मान्‍यता है कि आज के दिन गंगा में स्नान करने से पुण्य और मोक्ष की प्राप्ति होती है।लिहाजा श्रद्धालुओं की बढ़ती तादाद को देखते हुए हरिद्वार पुलिस ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं। मेला क्षेत्र को 9 जोन और 33 सेक्टर में बांटकर पुलिस बल की तैनाती की गई है। इसके साथ ही ट्रैफिक को लेकर भी विशेष प्रबंध किए गए हैं।

सूतक लगने से पहले मंदिरों के कपाट बंद कर दिए

ज्‍योतिषियों के अनुसार चंद्र ग्रहण की अवधि को छोड़कर बाकी पूरे दिन श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगाकर पुण्य कमा सकते हैं। ग्रहण से नौ घंटे पूर्व सूतक लगने से पहले मंदिरों के कपाट श्रद्धालुओं के लिए बंद कर दिए गए।जानकारी के अनुसार सुबह 6:30 बजे से 7 बजे तक स्नान का पहला शुभ मुहूर्त था। दोपहर में 12 बजे से एक बजे तक स्नान का दूसरा मुहूर्त है। चंद्र ग्रहण शाम 5:22 बजे से प्रभावी होगा और 6:19 बजे तक रहेगा। ऐसे में चंद्रग्रहण की अवधि के बाद भी श्रद्धालु गंगा स्नान करें।

सरयू के तट पर उमड़ी भीड़

दूसरी तरफ अयोध्‍या स्थित सरयू नदी के तट पर भी श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी।सुबह से ही यहां बड़ी संख्‍या में लोगों का आना शुरू हो गया था। किसी ने हर-हर गंगे तो किसी ने जय श्रीराम के उदघोष के बीच सरयू की पावन नदी में स्‍नान किया।

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Neetu Pandey

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