PM Modi Speech: यह बात और है कि हमारा देश अंग्रेजों की चंगुल से 1947 में आजाद हो गया। लेकिन इस आजादी का सच यह भी है कि हिंदुस्तान दो टुकड़ों में बंट गया। इतिहास के पन्ने को पलटे तो आजादी के समय के जो मंजर दिखाई पड़ते हैं वे दिल को दहला देते हैं। हिंदुस्तान भले ही आजाद हुआ लेकिन धर्म के नाम पर यह दो टुकड़ों में बंट गया। दूसरे टुकड़े का नाम पड़ा पाकिस्तान। यहां के लोग वहां जाने लगे और वहां के लोग यहां आने लगे। लेकिन केवल लोगों की ही अदला-बदली नहीं हुई। लाखों की संख्या में जाने भी गई। महिलाओं की अस्मत भी लूटी गई और बच्चों की जाने भी गई। कितने घर बर्बाद हुए इसकी गाथा आज भी रुलाती है। मानवता की इतनी बड़ी त्रासदी अब से पहले कहीं देखी नहीं गई।
पूरा देश आजादी का जश्न मना रहा है। कल आजादी दिवस है। लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने भी 1947 में हुए भारत के विभाजन और उस दौरान हुए लोगों के कष्ट और संघर्ष को याद करते हुए उन लोगों को नमन किया है जिनका जीवन देश की बंटवारे की बलि चढ़ गया था। उधर केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने भी 1947 में धर्मों के आधार पर हुए देश के विभाजन को भारत के इतिहास में एक काला अध्याय करार दिया है।
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प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने भारत के विभाजन की विभीषिका को याद करते हुए कहा है कि ”विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस” उन भारतवासियों को श्रद्धापूर्वक स्मरण करने का अवसर है, जिनका जीवन देश के बंटवारे की बलि चढ़ गया। इसके साथ ही यह दिन उन लोगों के कष्ट और संघर्ष को भी याद दिलाता है, जिन्हें विस्थापन का दंश झेलने को मजबूर होना पड़ा। ऐसे सभी लोगों को मेरा शत-शत नमन। ”
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने धर्म के आधार पर विभाजन को काला अध्याय बताते हुए कहा कि ”1947 में धर्म के आधार पर देश का विभाजन इतिहास में एक काला अध्याय है। इससे उत्पन्न हुई नफरत ने लाखों लोगों की जान ले ली और करोड़ों लोगों को विस्थापित किया। देश को इसकी भारी कीमत भी चुकानी पड़ी और कई लोग आज भी इस विभीषिका का दंश झेल रहे हैं।
आज विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस पर उन सभी लोगों को नमन करता हूं, जिन्होंने विभाजन के कारण अपनी और अपने परिजनों की जान गंवाई। ”