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MP Election 2023: मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री बनने के लिए सिर्फ करने थे 249 रुपए 72 पैसे खर्च, इससे ज्यादा खर्च किए तो की सदस्यता रद्द

MP Election 2023:1960 के दशक में कांग्रेस (congress) के कद्दावर नेता द्वारका प्रसाद मिश्र 249 रुपए 72 पैसे ज्यादा खर्च करने के कारण दूसरी बार सीएम नहीं (MP Assembly Elections 2023)
बन पाए थे। दूसरी बार जब उनके पास सीएम बनने का मौका था, तब यह मामला आ गया। कोर्ट ने कसडोल उपचुनाव को रद्द कर दिया और मिश्र की सदस्यता खत्म हो गई।

90 के दशक से पहले एमपी की राजनीति में बहुत अस्थिरता का दौर रहा है। इस पहले के कई दिलचस्प किस्से भी हैं। एमपी विधानसभा चुनाव 2023 (MP Assembly Elections 2023)
के बीच पुरानी कहानियों की चर्चा एक बार फिर से हो गई है। आज हम आपको बताएंगे एमपी के मुख्यमंत्री रहे द्वारका प्रसाद मिश्र से जुड़ा एक किस्सा, जिसकी वजह से वह दूसरी बार मुख्यमंत्री नहीं बन पाए थे। द्वारका प्रसाद मिश्र की गिनती एमपी में कांग्रेस के धाकड़ नेताओं (MP Assembly Elections 2023) में होती थी। इसकी वजह से प्रदेश की राजनीति में उनके कई दुश्मन भी थे।
द्वारका प्रसाद मिश्र के बाहर से दिक पार्टी के अंदर भी उनके कई विरोधी थी। दरअसल, यह कहानी साल 1969 की है। अप्रैल 1969 में संविद सरकार के जाने के बाद राजा नरेशचंद्र सिंह 13 दिनों के लिए सीएम बने थे। इसके बाद उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दिया। उनके इस्तीफा देते ही द्वारका प्रसाद मिश्र को लगा कि वह फिर से मुख्यमंत्री बन जाएंगे। क्योंकि संविद सरकार के जाने के बाद कांग्रेस की सरकार पूरी तरह से मिश्र के हाथों (MP Assembly Elections 2023) में थी। राज्यपाल उन्हें सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करते, उससे पहले ही 1 धमाका हो गया।

उपचुनाव में आरोप सही साबित हुए
उस वक्त कसडोल उपचुनाव में द्वारका प्रसाद पर जो आरोप लगाए गए थे, वह सिद्ध हो गए। सजा के रूप में उनका चुनाव अवैध (MP Assembly Elections 2023)
घोषित हो गया। बताया जाता है कि कसडोल उपचुनाव में द्वारका प्रसाद मिश्र के चुनाव के एजेंट श्यामाचरण शुक्ल थे। चुनाव में मिश्र की जीत हुई थी, उनके खर्चों का एक बिल कहीं गुम हो (MP Assembly Elections 2023) गया था। इस दौरान कोर्ट में उनका केस चल रहा था।

सुनवाई के दौरान कमलनारायण शर्मा ( kamalnarayana Sharma) को कहीं से 6300 का 1 बिल हाथ लग गया, जिस पर श्यामचरण शुक्ल का साइन था। पूरे मामले में यह बिल महत्वपूर्ण साक्ष्य बन गया। कथित तौर पर यह कहा जाता है कि यह जानकारी कमलनारायण शर्मा को श्यामचरण शुक्ल (MP Assembly Elections 2023) ने ही उपलब्ध करवाए थे।

249 रुपए 72 पैसे अधिक खर्च किए
सुनवाई के दौरान कसडोल उपचुनाव को इसलिए रद्द कर दिया गया है कि इसमें द्वारका प्रसाद मिश्रा ने निर्धारित खर्च से 249 रुपए 72 पैसे अधिक खर्च किए थे। जबलपुर हाईकोर्ट ने तब मिश्र को महज ढाई सौ रुपए के लिए अयोग्य घोषित कर (MP Assembly Elections 2023) दिया था। इसके बाद मिश्र छह वर्ष तक चुनाव नहीं लड़ सकते थे। इस फैसले ने मिश्र को हमेशा के लिए सीएम बनने से रोक दिया।

हालांकि मिश्र ने कहा था कि खर्च की राशि इसलिए बढ़ी दिख रही है कि उन्होंने 500 रुपए की राशि मध्यप्रदेश कांग्रेस कमिटी (Madhya Pradesh congress committee) में टिकट के आवेदन में दिखा दी थी, जिसे कोर्ट ने चुनाव खर्चे में शामिल कर लिया। मिश्र की सदस्यता रद्द होने के बाद एमपी की राजनीति बदल गई। उनके बाद श्यामाचरण शुक्ल मुख्यमंत्री की (MP Assembly Elections 2023) कुर्सी पा गए।

Prachi Chaudhary

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