नई दिल्ली: प्रवर्तन निदेशालय (ED) के अधिकारियों ने कोलकाता (Kolkata) में एक व्यवसायी आमिर खान के घर पर छापेमारी में 17 करोड़ रुपये से अधिक कैश बरामद किया है. ये कार्रवाई कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में की गई है. आरोप है कि एक मोबाइल गेमिंग ऐप ई-नगेट्स (E-Nuggets) के प्रोमोटर्स ने करोड़ों रुपये की ठगी की गई.
ED ने छापेमारी के बाद जो तस्वीर जारी की है, उसमें 2 हजार, 100 के नोटों का अंबार लगा हुआ है, बता दें कि, ये पैसे कोलकाता के बिजनेसमैन आमिर खान के घर से बरामद हुए हैं, करोड़ों रुपये 5 ट्रंक में छिपाकर रखे गए थे.
पिछले साल ही दर्ज हुई थी FIR
पिछले साल फरवरी में आमिर खान और दूसरों के खिलाफ कोलकाता के पार्क स्ट्रीट स्टेशन में FIR दर्ज की गई. इसी मामले में मनी लांड्रिग का आरोप सामने आया था. फिलहाल आरोपी आमिर खान फरार है. ईडी की इस कार्रवाई के बाद TMC और बीजेपी ने एक-दूसरे पर लगाने शुरू कर दिए. टीएमसी के मंत्री फिरहाद हकीम ने कहा कि उनकी पार्टी का आरोपियों से कोई लेना-देना नही है.
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गेमिंग एप्लिकेशन के जरिए की थी धोखाधड़ी
जांच एंजेसी ने बताया, ‘ आमिर खान ने ई-नगेट्स नाम से एक मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन लॉन्च किया. जिसे धोखाधड़ी करने के लिए बनाया गया था. बता दें कि इस ऐप से पहले यूजर्स को कमीशन के साथ रिवार्ड दिया गया फिर उनके वैलेट में कैश भी भेजा गया. जब यूजर्स को भरोसा हो गया तो वे इस गेमिंग एप्लिकेशन के जरिए अधिक पैसे जीतने के लिए पैसे लगाने लगे.’
इस आइडिया से कमा लिए करोड़ों रुपये
यूजर्स के पैसे लगाने के बाद मोबाइल गेमिंग ऐप के जरिए अच्छी खासी रकम इकट्ठा करने के बाद, अचानक ऐप से निकासी को रोक दिया गया, जिसमें बहाने बनाए गए कि सिस्टम अपग्रेडेशन, कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा एक जांच की जा रही है. इसके बाद, प्रोफ़ाइल से सारी जानकारी सहित सभी डेटा को ऐप सर्वर से डिलीट कर दिया गया. फिर यूजर्स को इसकी चाल समझ में आई कि धोखाधड़ी की गई है.”
E-Nuggets ऐप ने लोगों को धोखा दिया?
ED मामले में इस बात की भी जांच कर रही है कि E-Nuggets ऐप और इसके प्रोमोटर्स के लिंक किसी चाइनीज लोन ऐप से तो नहीं हैं. जांच एजेंसी ने 10 सितंबर की सुबह छापेमारी शुरू की थी जो देर रात तक चली. ईडी ने कोलकाता में 6 ठिकानों पर छापेमारी की थी. ईडी की टीम बैंक अधिकारियों और केंद्रीय बलों के साथ पहुंची थी. बरामद नोटों को गिनने के लिए 8 मशीनें लगाई गई थीं. ये छापेमारी मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम कानून (PMLA), 2002 के तहत की गई. कार्रवाई में कुल 17.32 करोड़ कैश बरामद हुए हैं.