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UP Farmer’s Son Cracks UPSC: मिट्टी के घर में मजदूर के बेटे ने मनाया UPSC में सफलता का जश्न

Labourer's son celebrates success of UPSC in mud house

UP Farmer’s Son Cracks UPSC: उत्तर प्रदेश के एक मजदूर के बेटे पवन कुमार ने 239 की अखिल भारतीय रैंक (All India Rank) के साथ यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा (upsc civil services exam) उत्तीर्ण की है। एक वीडियो में पवन कुमार को अपने साधारण मिट्टी के घर में अपनी सफलता का जश्न मनाते देखा गया, जिसने इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को भावुक कर दिया है।

वीडियो को आईएएस अधिकारी अवनीश शरण (IAS officer Avnish Sharan) ने एक्स पर शेयर किया था। वीडीयो में उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में अपने मिट्टी के घर की फूस की छत के नीचे पवन कुमार को अपने परिवार को मिठाई बांटते हुए दिखाया गया है। आईएएस अधिकारी (IAS officer) ने एक्स पर क्लिप साझा करते हुए लिखा, “पवन के घर उन्हें सिविल सेवा परीक्षा में 239वीं रैंक मिली। अपना भविष्य मेहनती लोग खुद लिखते हैं।”

कुमार अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को देते हैं। उन्होंने एक समाचार एजेंसी को बताया, “मेरी यात्रा में मेरे परिवार की बहुत बड़ी भूमिका थी, खासकर मेरे माता-पिता और मेरी बहनों की।”

कुमार के माता-पिता ने समाचार एजेंसी को बताया कि कैसे उन्होंने अपने दो बच्चों की शिक्षा को बाकी सभी चीजों से अधिक प्राथमिकता दी।

उनके पिता मुकेश कुमार ने कहा, “हमने हर तरह के छोटे-मोटे काम किये ताकि हम उसकी और हमारी बेटियों की शिक्षा का खर्च उठा सकें।” “वह अच्छे से तैयारी कर सके इसके लिए हमने बड़ी मुश्किल से पैसे बचाए। हम अपने घर का नवीनीकरण नहीं कर सके क्योंकि हमने अपने बच्चों को शिक्षित किया… बारिश के दौरान हमारी छत टपकती थी और हम सब एक जगह बैठकर रात बिताते थे, लेकिन वह पढ़ाई के लिए जिद पर अड़े थे… हम अक्सर भूखे ही सो जाते थे। कुमार के पिता ने कहा, भगवान ने अब हमें आशीर्वाद दिया है।”

उनकी मां सुमन देवी ने भी उनकी टपकती छत (leaking roof) और उनके सामने आने वाली वित्तीय परेशानियों के बारे में बात की। बेटे की सफलता से परिवार बेहद खुश है।

सुमन देवी ने कहा, “हमें ये दिन देखने को मिला इसके लिए मुझे अच्छा लग रहा है।’ हमारे पास एक छप्पर की छत है जो बारिश होने पर टपकती है। इससे हमें काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। हमारे पास गैस सिलेंडर (gas cylinder) खरीदने के लिए पैसे नहीं हैं, इसीलिए हम अभी भी चूल्हे का उपयोग करते हैं। मैंने एक मजदूर के रूप में कड़ी मेहनत की… वह घर पर चुपचाप अपने मोबाइल फोन का उपयोग करके पढ़ाई करता था।”

25 वर्षीय पवन कुमार ने अपने तीसरे प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की। उन्होंने अत्यधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षा (highly competitive exam) के लिए अपनी रणनीति के बारे में एक समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा कि उन्होंने स्व-अध्ययन (self study) किया क्योंकि वह महंगी कोचिंग कक्षाएं (expensive coaching classes) नहीं ले सकते थे।

उन्होंने कहा, “परीक्षा कठिन है और पाठ्यक्रम बहुत व्यापक है, लेकिन इसे पास करना असंभव नहीं है।” “कोचिंग लेना आवश्यक नहीं है। मेरे परिवार की हालत ऐसी थी कि मैं इतनी महंगी कोचिंग क्लास नहीं खरीद सकता था। मैंने ज्यादातर स्व-अध्ययन किया… आप मदद के लिए इंटरनेट का उपयोग कर सकते हैं, और अपने प्रयासों में ईमानदारी के साथ आगे बढ़ सकते हैं… दृढ़ता बहुत महत्वपूर्ण है।”

Chanchal Gole

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