उत्तराखंड में भूस्खलनः चमोली में भूस्खलन से तीन मकान जमींदोज, मलबे में दबकर 4 लोगों की मौत
यह दर्दनाक हादसा जनपद चमोली की तहसील थराली के गांव पैनगढ में शुक्रवार आधी रात के बाद हुआ। भूस्खलन से पहाड़ी का एक हिस्सा अचानक टूटकर गिर गया। इसके मलबे में तीन घरों पर गिरा। मकानों के मलबे में दबकर घरों में मौजूद 4 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
चमोली। उत्तराखंड के जनपद चमोली में भूस्खलन होने से कई घर जमींदोज हो गये। इनके मलबे में दबकर 4 लोगों की मौत हो गयी, जबकि एक बच्चा गंभीर रुप से घायल हो गया। उसे उपचार के लिए हायर सेंटर रेफर किया गया है।
यह दर्दनाक हादसा जनपद चमोली की तहसील थराली के गांव पैनगढ में शुक्रवार आधी रात के बाद हुआ। भूस्खलन से पहाड़ी का एक हिस्सा अचानक टूटकर गिर गया। इसके मलबे में तीन घरों पर गिरा। मकानों के मलबे में दबकर घरों में मौजूद 4 लोगों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।
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एक बच्चे को किसी तरह मलबे से निकाल लिया गया। उसे गंभीर हालत में उच्चीकृत अस्पताल में भर्ती कराया है। चारों मृतक एक ही परिवार के सदस्य हैं। यह परिवार देहरादून रहता है। दीपावली मनाने के लिए वे गांव में आये थे, लेकिन शुक्रवार रात एक बजे भूस्खलन होने से उनकी जान चली गयी।
ग्रामीणों ने घटना के लिए चमोली जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। ग्रामीण मधुसूदन पुरोहित का कहना है कि 2013 में भी इस तरह की घटना हुई थी। लेकिन शिकायत के बावजूद प्रशासन ने दरार पड़ रही पहाड़ी की भूवैज्ञानिकों की जांच नहीं करायी।
पैनगढ के ग्रामीणों का कहना है कि ग्रामीणों की सुरक्षा को लेकर प्रशासन गंभीर नहीं है। यदि अब कोई भी हादसा होता है तो इसके लिए जिला प्रशासन ही जिम्मेदार होगा।