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LG of Delhi santioned: सेना पर विवादित टिप्पणी पर जेएनयू की पूर्व छात्रा शेहला रशीद पर चलेगा मुकदमा

शेहला रशीद के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के अधिवक्ता अलख आलोक श्रीवास्तव( Advocate Alok Srivastav)ने सेना के अपमान करने पर मुकदमा लिखाया था। 18 अगस्त, 2019 को शहेला रशीद ट्विट करके लिखा था कि - आर्म्ड फोर्सेज कश्मीर में रात के समय घुसती है। युवकों को उठाकर ले जाती है। राशनों को जमीन पर फेंक दिया जाता है। सेना युवकों को प्रताड़ित करती है औऱ उनकी चीखों को लाउड स्पीकर से सुनायी जाती है।

नई दिल्ली । सेना पर विवादित टिप्पणी वाली जेएनयू की पूर्व कश्मीरी छात्रा शहेला रशीद( Shehla Rashid) पर अब कोर्ट में मुकदमा चलेगा। अगस्त, 2019 में उसने टिवीट करके सेना पर विवादित टिप्पणी की थी। उसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के एक अधिवक्ता ने एफआईआर दर्ज करायी थी। सेना द्वारा शहेला रशीद के आरोपों को बेबुनियाद करार देने पर उस पर कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है।


कश्मीर की रहने वाली व जेएनयू की छात्रा, एआईएसए(ASIA की सदस्य व जेएनयू छात्रसंघ (JNU) की उपाध्यक्ष रही शहेला रशीद को सोशल मीडिया पर विवादस्पद व अपमानजनक टिप्पणी करना महंगा पडा। दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने उसके खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दे दी है।कश्मीर की रहने वाली व जेएनयू की छात्रा, एआईएसओ की सदस्य व जेएनयू छात्रसंघ की उपाध्यक्ष शहेला रशीद को सोशल मीडिया पर विवादस्पद व अपमानजनक टिप्पणी करना महंगा पडा।

दिल्ली के उप राज्यपाल वीके सक्सेना


दिल्ली के उपराज्यपाल (LG of Delhi) वीके सक्सेना( VK Saxena) ने कहा कि राजनेताओं की परस्पर छींटाकशी सियासत का हिस्सा है । लेकिन किसी को भी देश, भारतीय सेना ( Indian Army) व सैनिकों (Soliders) के अपमान करने की इजाजत नहीं दी जा सकती। LG ने शहेला रशीद के खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति देकर साफ किया है कि राष्ट्र की शान सेना के पराक्रम पर अगुंली उठाना अब महंगा पड़ेगा।

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बता दें कि शेहला रशीद के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) के अधिवक्ता अलख आलोक श्रीवास्तव( Advocate Alok Srivastav)ने सेना के अपमान करने पर मुकदमा लिखाया था। 18 अगस्त, 2019 को शहेला रशीद ट्विट करके लिखा था कि – आर्म्ड फोर्सेज कश्मीर में रात के समय घुसती है। युवकों को उठाकर ले जाती है। राशनों को जमीन पर फेंक दिया जाता है। सेना युवकों को प्रताड़ित करती है औऱ उनकी चीखों को लाउड स्पीकर से सुनायी जाती है।


शेहला ने इसके अलावा 10 अलग-अलग ट्विट करके सेना पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इसी मामले को लेकर अब करीब साढे तीन साल बाद उसके खिलाफ मुकदमा चलाने की अनुमति दिये जाने से एक बार फिर सेना के अपमान का मसला उठाया गया है।

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