Loksabha Election Exit Poll:‘MY’ की जोड़ी के सामने अखिलेश का ‘MY’ फैक्टर हो गया फेल!
Loksabha Election Exit Poll
Loksabha Election Exit Poll: नेता राजनेता सियासत में कब क्या कर दें….ये किसी को नहीं पता होता, कई नेता तो ऐसे हैं जो अभिनेताओं से भी बेहतरनी एक्टिंग करते हैं। उन्हीं में से एक हैं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, लेकिन अरविंद केजरीवाल का माइंड गेम इस बार काम नहीं आया जनता ने केजरीवाल की बात पर भरोसा नहीं किया। केजरीवाल ने जैसी चाल चली जनता ने ठीक उसका उल्टा जवाब दिया। मोदी और योगी की जोड़ी को तोड़ने का भरपूर प्रयास किया गया। लेकिन देश की सभी एजेंसियों के एक्जिट पोल में मोदी-योगी की जोड़ी का दम दिखा। अगर 4 जून को ये एग्जिट पोल नतीजों में बदल गए तो यही कहेंगे…उत्तर प्रदेश में मोदी-योगी की जोड़ी जम गई।
एक्जिट पोल में रिकॉर्डतोड़ सीटों के साथ NDA की यूपी में वापसी के साफ-साफ संकेत मिल रहे हैं, तो एक बार फिर यूपी में दो लड़कों की जोड़ी प्लॉप साबित होती दिख रही है…। अगर 2019 के नतीजें देखें तो…उत्तर प्रदेश में बीजेपी को 64,BSP को 10…SP को 05 और कांग्रेस को महज एक सीट मिली थी।
एक्जिट पोल और 2019 के नतीजों से साफ है कि ये योगी-मोदी की जोड़ी का ही कमाल है। पूरे चुनाव प्रचार के दौरान विपक्ष का एजेंडा साफ रहा…फूट डालो और राज करो…लेकिन जनता के सामने एक तरफ माइंड गेम का चक्रव्यूह था…तो दूसरी तरफ योगी का बुलडोजर मॉडल…जिसके मोदी भी मुरीद हैं।24 के प्रचार अभियान के दौरान मेरठ से लेकर मीरजापुर तक प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी तकरीबन 21 कार्यक्रमों में एक दूसरे के साथ रहे….। इस दौरान 13 जनसभाएं 5 रोड शो वाराणसी में नामांकन और काशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन के दौरान दोनों नेताओं का एक दूसरे के प्रति सम्मान और आपसी विश्वास को बढ़ाने वाले बातचीत की चर्चाएं हर जगह हुईं….। यही इस जोड़ी का दम है…जिसने सभी एक्जिट पोल में NDA को सबसे आगे रखने पर मजबूर कर दिया…अब तो बस 4 जून को असल नतीजों का इंतजार है।
नतीजे आने से पहले ही सभी एजेंसियों के एक्जिट पोल ने सभी नेताओं को आइना दिखा दिया…सभी पार्टियों को भी एक्जिट पोल के नंबर ने आइना दिखाया है…। अगर ये नंबर 4 जून के नतीजों में दिख गए तो केंद्र की सत्ता में मोदी की हैट्रिक हो जाएगी…। मोदी को मात देने के लिए विपक्ष ने जिस महागठबंधन का गठन किया…और दावा किया गया…सभी नेताओं के दावे हवा होते दिख रहे हैं…।
एक्जिट पोल के नंबर आने के बाद ये सवाल बेहद अहम है, राहुल गांधी की तो हार है ही।लेकिन उससे भी बड़ी हार दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की होगी । एग्जिट पोल के नतीजों ने तो अरविंद केजरीवाल के सारे दावों को हवा हवाई कर डाला। दिल्ली की सातों सीटों पर कब्जा जमाने के लिए अरविंद केजरीवाल महागठबंधन में शामिल हुए…दिल्ली में कांग्रेस उम्मीदवारों का प्रचार किया। लेकिन एग्जिट पोल में दिल्ली के नंबर कुछ और ही कह रहे हैं।