Lunar Eclipse in India! 28 अक्टूबर को चंद्र ग्रहण लगने वाला है। खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए यह किसी सुनहरे अवसर से कम नहीं है। 28-29 अक्टूबर को चंद्र ग्रहण लगेगा। मगर इसे देखने का सबसे अच्छा वक्त 29 अक्टूबर 1:05 am से 2:24am तक का है।
बता दें खगोलीय घटनाओं में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के लिए एक सुनहरा अवसर आ रहा है। 28-29 अक्टूबर को चंद्र ग्रहण लगेगा। पिछले सप्ताह अमेरिका में हुए सूर्य ग्रहण के 14 दिनों बाद यह चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। यह एक आंशिक चंद्र ग्रहण होगा। नासा के मुताबिक पूर्णिमा के दौरान चंद्र ग्रहण होता है। जब चंद्रमा और सूर्य ऐसी स्थिति में हों कि उनके बीच पृथ्वी आ जाए तो ग्रहण लगता है। पृथ्वी की छाया तब चांद पर पड़ती है, जिसके कारण यह हमें लाल रंग का दिखाई देता है।
Read: Chandra Grahan Lunar Eclipse in India !Chandra Grahan News in India Date and Time
पृथ्वी की 2 तरह की छाया होती है। पहली पेनुम्ब्रा और दूसरी उम्ब्रा। पेनुम्ब्रा बाहरी या हल्की छाया होती है, जिसे उपच्छाया चरण कहा जाता है। चांद 28 अक्टूबर की रात साढ़े 11 बजे के बाद इसमें प्रवेश करेगा। 29 अक्टूबर को 1:05 am पर चांद उम्ब्रा में प्रवेश करेगा। उम्ब्रा पृथ्वी की गहरी परछाई होती है। 2:24 बजे के बाद चंद्रमा इससे बाहर निकल जाएगा। उम्ब्रा में चांद एक घंटा 19 मिनट रहेगा।
भारत में कहां-कहां दिखाई देगा चंद्र ग्रहण
स्पेस डॉट कॉम की रिपोर्ट के मुताबिक चंद्र ग्रहण कई जगहों पर दिखाई देगा। यूरोप, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिकी, पूर्वोत्तर दक्षिण अमेरिका और प्रशांत महासागर से लोग इसे देख सकेंगे। भारत की बात करें तो आधी रात के बाद जब चांद उम्रा में प्रवेश करेगा तो हमें यह साफ दिखाई देगा। भारत में दिल्ली, मुंबई, चेन्नी, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद, पुणे, अहमदाबाद, सूरत, जयपुर (jaipur), कानपुर (kanpur), लखनऊ, नागपुर, कोयंबटूर, नासिक, रायपुर(rampur), भोपाल (bhopal), जोधपुर, प्रयागराज, देहरादून और पटना समेत भारत के अन्य हिस्सों में दिखेगा।
कैसे देख सकेंगे चंद्र ग्रहण
चंद्र ग्रहण को देखने के लिए किसी भी खास तरह के यंत्र या चश्मे की जरूरत नहीं होती। इसे नग्न आंखों से देखा जा सकता है। हालांकि ठंड भरे मौसम में देखने के लिए आपको रात में बाहर निकलना होगा। हालांकि अगर आपके पास छोटा टेलीस्कोप हो, तो भी एक अच्छा नजारा देख सकेंगे।
क्या हैं चंद्र ग्रहण का समय
चंद्र ग्रहण को भारत के अलावा दुनिया के कई देशों में एक असाधारण वैज्ञानिक घटना माना जाता है। भारत समेत दुनिया के कई देशों में यह ग्रहण में 28 और 29 अक्टूबर को आंशिक चंद्रग्रहण नजर आएगा। भारत में यह ग्रहण करीब एक घंटे 20 मिनट तक रहेगा। बताया जा रहा है कि भारत में ग्रहण की शुरुआत 11:31 मिनट पर होगी और यह 29 अक्टूबर 3:36 बजे खत्म होगा। 28 अक्टूबर की रात से चंद्रमा शनिवार आधी रात से छाया में प्रवेश कर जाएगा। अगला चंद्रग्रहण अब साल सात सितंबर 2025 में नजर आने वाला है।
वैज्ञानिकों के लिए हैरानी का विषय
चंद्र ग्रहण, सूर्य ग्रहण जितने दुर्लभ नहीं होते हैं। नासा के अनुसार हर साल एक या 2 या अधिक बार, पृथ्वी, चंद्रमा और सूर्य ‘शैडोप्ले’ बनाने के लिए बिल्कुल सही तरीके से लाइन में आते हैं, जिसे हम ग्रहण कहते हैं। चंद्र ग्रहण तीन अलग-अलग प्रकार के होते हैं- पूर्ण, आंशिक और उपछाया। 5 मई के बाद यह दूसरा उपछाया चंद्र ग्रहण है। चंद्र ग्रहण कई सदी से आश्चर्य का विषय रहा है और वैज्ञानिकों ने इसे हमेशा रहस्यमय घटना करार दिया है। चंद्र ग्रहण तारों को देखने वालों और खगोल विज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए एक दुर्लभ खगोलीय घटना है।
क्यों होता है चंद्र ग्रहण
चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच स्थित होती है। इसके परिणामस्वरूप चंद्रमा पर छाया पड़ती है। यह घटना विशेष रूप से पूर्णिमा के दौरान घटित होती है जब सूर्य, पृथ्वी और चंद्रमा पूरी तरह से एक सीध में आ जाते हैं। चंद्र ग्रहण के दौरान, पृथ्वी सूर्य की रोशनी को चंद्रमा तक पहुंचने से रोकती है, जिससे चंद्रमा को एक विशिष्ट लाल-भूरा या नारंगी रंग मिलता है। सूर्य ग्रहण से अलग चंद्रमा को पृथ्वी की छाया में आते हुए नग्न आंखों से देखना पूरी तरह से सुरक्षित है।