Maharashtra: मंगलवार को महाराष्ट्र की शिंदे सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ, जिसमें 50-50 की सांझा रणनीति के तहत शिंदे गुट और बीजेपी के बराबर-बराबर 9-9 विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल किया गया। पिछले एक महीने से अधिक समय तक अब तक महाराष्ट्र में सरकार के नाम पर केवल दो मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे व उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ही थे।
विपक्षी सरकार के अभी तक टू मैन होने पर कोई काम व विकास कार्य न होने का आरोप लगाते रहे थे। लेकिन महाराष्ट्र में शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे व शिंदे गुट के बीच सियासी जंग सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचने से नई सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं हो पा रहा है। लेकिन हाल ही में सुप्रीम कोर्ट का फैसला शिंदे गुट में आने से मंगलवार को मंत्रिमंडल का गठन किया गया है।
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मंगलवार को राजभवन में हुए शपथ ग्रहण सभा में भाजपा के विधायक राधाकृष्ण विखे पाटील, सुधीर मुनगंटीवार, चन्द्रकांत पाटील, विजय कुमार गावित, गिरीश महाजन, सुरेश खाडे, रविन्द्र चाह्वाण, अतुल सावे और मंगल प्रभात लोढा ने मंत्री पद की शपथ ली, जबकि शिंदे गुट की ओर से दादा भुसे, संजय राठौड, संदीपन भुमरे, ताना जी सावंत, अब्दुल सत्तार, दीपक केसरकर, शंभुराज देसाई, उदय सामंत व गुलाब राय पाटील को मंत्री पद की शपथ दिलायी गयी। इस तरह से शिंदे सरकार के मंत्रि मंडल में इन18 नये चेहरों को शामिल किया गया है।