Man Ki Bat: दुनिया ने मोटे अनाजों का महत्व समझा, योग व मोटे अनाज का स्वास्थ्य से सीधा संबंधः मोदी
रविवार को मन की बात के 97वां व इस वर्ष का पहला एपीसोड में अपना संबोधन किया। उन्होंने कहा कि देश के सभी हिस्सों में लोकतंत्र है। उन्होंने कहा कि हमारा देश मदर ऑफ डेमोक्रेसी है। पूरी दुनिया में हमारे गणतंत्र की प्रशंसा की है। मोदी ने कहा कि भारत में किसान मोटे अनाजों की खेती बढ़ा रहे हैं।
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि दुनिया ने वर्तमान समय में मोटे अनाजों के महत्व को समझ रही है। योग व मोटे अनाज का सीधा संबंध स्वास्थ्य से है। देश में मोटे अनाज के प्रति तेजी से रुझान बढा है। युवाओं में भी मोटे अनाज खाने की चाहत बढ़ रही है।
रविवार को मन की बात (Man Ki Bat) के 97वां व इस वर्ष का पहला एपीसोड में अपना संबोधन किया। उन्होंने कहा कि देश के सभी हिस्सों में लोकतंत्र है। उन्होंने कहा कि हमारा देश मदर ऑफ डेमोक्रेसी है। पूरी दुनिया में हमारे गणतंत्र की प्रशंसा की है। मोदी ने कहा कि भारत में किसान मोटे अनाजों की खेती बढ़ा रहे हैं।
मोदी ने अपने संबोधन में जनजाति समुदायों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जनजाति समुदाय के जिन लोगों को पद्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। हमें उनके जीवन के बारे में जानना चाहिए। प्रधानमंत्री ने दिव्यांगजनों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि जनजाति समुदाय हमारे समाज का अभिन्न हिस्सा है।
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इस बार जनजाति समुदाय के लोगों को पुरस्कार दिया गया। हमें उनके कार्यों को सराहना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे लिए सब समुदाय समान एवं महत्वपूर्ण हैं। लोकतंत्र हमारी रंगों व संस्कृति में है। मोदी ने कहा कि जनभागीदारिता से ही गणतंत्र मजबूत हुआ है। हमारी संस्कृति व प्रवृति में ही लोकतंत्र बसा है।
उन्होंने ई-वेस्ट का सही उपयोग करने पर जोर दिया। उन्होंने गोवा को पर्यटकों की पहली पसंद बताया। उन्होंने बैंगलरु स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ स्पाईसेज रिसर्च (IISR) की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि IISR ने दुनिया में मिसाल पेश की है।