मेरठ: छात्र छात्राओं से फीस लेने के लिए स्कूल प्रबंधन किसी भा हद तक चले जाते हैं। ऋषभ एकेडमी में दो छात्राओं को स्कूल फीस नहीं भरने पर अध्यापिकाओं ने प्रिंसिपल के कहने पर मैदान में धूप में खड़ा कर दिया। इससे एक छात्रा की हालत बिगड़ गई। इस पर स्कूल प्रबंधन को छात्रा का प्राथमिक उपचार कराना पड़ा। छात्राओं की मां ने डीएम और एसएसपी से पूरे मामले की शिकायत लेकर कार्रवाई की मांग की है।
बताया गया है कि छात्राओं के पिता का कुछ साल पहले देहांत हो गया था। उनकी मां ही बच्चियों के पालन-पोषण का जिम्मा उठाती है। ऐसे में स्कूल प्रबंधन द्वारा छात्राओं की पढ़ाई में सहयोग करने के बजाय उन्हें फीस के लिए प्रताड़ित किया जा रहा है।
मेरठ कैण्ट में तोपखाना मोहल्ला निवासी स्वर्णिमा कक्षा दस और नंदिनी कक्षा सात की छात्रा हैं। बताया गया कि उनके पिता विशाल शर्मा की कुछ साल पहले मौत हो गई थी। उनकी मां ही उनकी जिम्मेदारी संभालती हैं। पिछले कई वर्ष से दोनों छात्राएं ऋषभ एकेडमी में पढ़ाई कर रही हैं।
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इस साल एक अप्रैल से सत्र शुरू हुआ तो स्कूल प्रबंधन ने समय से फीस भरने का दबाव बनाया। लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उनकी मां बच्चियों की फीस समय से नहीं भर पाईं। दो दिन पहले जब ये दोनो बहनें स्कूल पहुंचीं, तो प्रधानाचार्य ने उन्हें अपने कैबिन में बुलाकर फीस जमा न होने पर डांट लगाई और फिर उन्हें मैदान में कड़ी धूप में खड़ा कर दिया। इससे एक छात्रा की हालत बिगड़ गई। इसके बाद छात्राओं को घर भेज दिया।
पीड़ित छात्राएं स्वर्णिमा व नंदिनी अपनी मां शैली के साथ कलक्ट्रेट डीएम दीपक मीणा के दफ्तर पर पहुंची और लिखित में शिकायती पत्र देकर बताया कि स्कूल में उनकी बेटियों का उत्पीड़न किया गया है। उन्होने स्कूल प्रधानाचार्य पर रिपोर्ट दर्ज कराकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।