Merrut Suicide: बचपन में हम सब अपने मां बाप से डांट सुनते लेकिन कभी भी हम अपने मां-बाप को पलट के जबाब नहीं देते हैं। हालांकि अब माहौल दूसरा हो चुका है मां-बाप अपने बच्चों को डांटने से पहले कई बार सोचते हैं। ऐसी ही एक खबर यूपी के मेरठ से सामने आई है जिसे सुनकर आप चौंक जाएंगे।
दरअसल मेरठ से सटा हुआ बहसूमा थाना क्षेत्र के गांव रामराज में घटना घटी है। जहां मंगलवार की रात साढ़े नौ बजे मोबाइल चलाने की वजह से डांटने पर दसवीं के छात्र अंगद ने पिता की लाइसेंसी रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। इस घटना से पूरे इलाके में हड़कंप मचा हुआ है। बहसूमा थाना क्षेत्र के गांव रामराज के मोहल्ला माया नगर में नितिन चौधरी का परिवार रहता है। उनका चौधरी ट्रांसपोर्ट नाम से बहुत बड़ा कारोबार है। इस मंगलवार की रात नितिन का बड़ा बेटा अंगद कमरे में पढ़ाई करने गया और वह पढ़ाई के जगह पर मोबाइल चला रहा था। यह देखकर पिता ने उसे डांट दिया और मोबाइल न चलाने के लिए कहा कर चले गए। इसी बात से नाराज होकर नितिन का बड़ा बेटा अंगद ने अपने पिता की रिवॉल्वर से गोली मार ली।
गोली की आवाज सुनकर घरवाले कमरे की तरफ दौड़े तो देखा कि अंगद खून से लथपथ था। यह देख कर मां-बाप का होश उड़ गया। आनन फानन में लड़के को मेरठ के एक अस्पताल में भड़ती कराया गया, जहां चिकित्सकों ने अंगद को मृत घोषित कर दिया। इस मामले में एसपी देहात कमलेश बहादुर सिंह ने कहा कि अंगद की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा है कि पिता बाइक और मोबाइल न दिलाने की बात कही गई हैं। साथ ही लिखा है कि “पिता ने बाइक मॉडिफाई कराई लेकिन मेरे लिए नई बाइक नहीं दिखाई है और साथ ही नया मोबाइल भी नहीं दिलवाया जिसके चलते मैं (अंगद) जीना नहीं चाहता और घर के परेशानियों से तंग आकर में जीना नहीं चाहता। मृतक अंगद की माने तो जब वह अपने दोस्तों के पास नए मोबाइल देखता था तो उसके मन में भी नए मोबाइल लेने की चाहत होती थी लेकिन दिल ही दिल में अपने अरमानों को घोट लेता था। पिता द्वारा फटकार लगाने पर यह आत्मघाती कदम उठाया है।” इस मामले में घरवालों कुछ नहीं बता रहे हैं जिसे लेकर यही माना जा रहा है कि घरवालों का दबाव था, इसलिए अंगद ने यह कदम उठाया है।