Nagaland’s first woman MP: मणिपुर में पिछले तीन महीने से क्या हो रहा है इसे भी देश देख रहा है और देश इस पूरे मामले पर मर्माहत भी है। सरकार की तरफ से कई प्रयास जरूर किये जा रहे हैं कि लेकिन मणिपुर की हालत सुधर नहीं रहे है। इधर संसद के भीतर और बाहर मणिपुर को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप के खेल जारी है। कोई किसी को बदनाम करने से बाज नहीं आ रहा और मणिपुर की स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है। डर इस बात का है कि जिस तरह से मणिपुर की मंत्री मिजोरम पहुंच गई है और मिजोरम के लोग भी मणिपुर की हिंसा को लेकर उग्र होते जा रहे हैं ,ऐसे में मणिपुर की यही आग पूरे पूर्वोत्तर तक पहुंच गई तो देश के सामने बड़ा संकट पैदा हो सकता है। याद रहे पूर्वोत्तर के इन राज्यों में कई तरह के संगठन काम करते रहे हैं।
इधर उसी पूर्वोत्तर राज्य नागालैंड की पहली महिला सांसद कोन्याक (Nagaland first woman MP) ने मंगलवार को राज्य सभा में राज्यसभा को संचालित कर इतिहास रच दिया। उपराष्ट्रपति ने सदन को चलने वाले पैनल में नागालैंड की महिला सांसद एस फोंगनोन कोन्याक (S Phangnon Konyak) को भी नियुक्त किया था। कोन्याक ने कल राज्यसभा को संचालित किया। उनकी धीरता-गंभीरता, सहजता और संसद को चलाने की तीव्रता को देखकर सभी दंग हो गए। कोन्याक ने न सिर्फ मंगलवार को सदन का संचालन किया छत्तीसगढ़ से जुड़े आदिवासी समाज से जुड़े 12 अन्य जातियों को शामिल करने से संबंधित संविधान विधेयक भी पारित कराया। सभी सदस्यों ने इसका स्वागत किया और कोन्याक की प्रशंसा भी की गई।
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गौरतलब है कि कोन्याक नागालैंड से पहली महिला राज्यसभा सांसद (Nagaland first woman MP) है। वह बीजेपी की सांसद हैं। कोन्याक को 17 जुलाई को सदन के उपसभापति के पैनल ने राज्यसभा संचालित करने वाली टीम में शामिल किया था। राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने इस पैनल में आठ लोगों की नियुक्ति की थी जिनमें 50 फीसदी सदस्य महिलाओं से लिए गए थे। इनमें सभी महिला पहली बार संसद सदस्य बनी थी। कोन्याक भी उन्हीं में शामिल है।
कोन्याक पहली बार 2022 में बीजेपी के कोटे से नागालैंड से चुनी गई थी। कोन्याक के अलावा पीटी उषा, फौजिया खान, सुलता देव को भी उपसभापति पैनल में शामिल किया गया है।