नई दिल्ली: बृहस्पतिवार को राष्ट्रपति चुनाव में सत्तारुढ एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मु विजयी हुईं हैं। महामहिम द्रौपदी मुर्मु (64) देश की 15वीं राष्ट्रपति चुनी गयी हैं। उन्होने विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को भारी मतों से शिकस्त थी।
राष्ट्रपति का चुनाव जीतने के लिए 5,34,216 मूल्य वाले मतों की आवश्यकता थी, इसके सापेक्ष द्रौपदी मुर्मु के को संसद व देश के दस राज्यों में समाप्त हुई मतगणना में 1886 वोट मिलें, जिनकी वैल्यू 438299 थी, इसी के साथ द्रौपदी मुर्मु की जीत पक्की हो गयी, जबकि मतगणना की इस स्थिति तक विपक्ष के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा मात्र 557 मत ही हासिल कर सके, जिनकी वैल्यू मात्र 198876 ही रही और वे जीत के वैल्यू आंकड़े से बहुत पीछे रहे। हालांकि यशवंत सिन्हा को विपक्ष के 19 राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त था, इसके बावजूद राष्ट्रपति चुनाव में उनकी बुरी तरह हार हुई।
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द्रौपदी मुर्मु (64) के15वीं राष्ट्रपति चुने जाने पर जहां राजधानी दिल्ली के भाजपा मुख्यालय पर जोरदार जश्न मनाया गया, वही देशभर के आदिवासी समाज के लोग अपने समाज की महिला का देश के सर्वोच्च पद पर प्रतिनिधित्व करने पर गर्व महसूस करते हुए खुशियां मना रहे हैं, वहीं ओडिशा राज्य के जनपद मयूरगंज में स्थित महामहिम द्रौपदी मुर्मु के पैतृक गांव रायरंगपुर लोगों फूले नहीं समा रहे हैं। उनकी गांव की महिला को राष्ट्रपति बनने पर ग्रामीणों ने 20 हजार लड्डू बनाये थे और द्रौपदी मुर्मु के जीतने पर पूरे गांव व क्षेत्र के लोगों में लड्डूओं को बांटकर ढोल नगाड़े बजाकर द्रौपदी मुर्मु की जीत की खुशी मनायी।